Online Fraud: स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने कई लोगों के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले साइबर जालसाजों के सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। इसमें बैंक कर्मचारी समेत सात जालसाजों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से सात मोबाइल फोन, एक स्कार्पियो कार और 5.5 लाख रुपये कैश बरामद हुए हैं। जालसाजों के कई बैंक खातों में जमा 80 लाख रुपये भी पुलिस ने फ्रीज करवाए हैं।

कई लोगों को बनाया ठगी का शिकार

डीसीपी हेमंत तिवारी के अनुसार, आईएफएसओ को सचिन बंसल ने 91 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्हें स्टॉक/क्रिप्टो ट्रेडिंग में अच्छा रिटर्न देने के बहाने पहले एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था। इसके बाद उनसे www.yotemog.com पर खाता खुलवाया गया। 19 अलग-अलग खातों में 91 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे।

आरोपियों के बैंक खाते फ्रीज

जांच के दौरान सभी कथित बैंक खातों को फ्रीज करवाया गया। बैंक खातों के विश्लेषण के बाद पता चला कि एसबीआई के एक खाते में जो गौरव ट्रेडिंग के नाम पर पंजीकृत था, उसमें 46 लाख रुपये जमा थे। उसे तुरंत फ्रीज करवाया गया। इसके अलावा संबंधित बैंक प्रबंधक द्वारा पुलिस को यह सूचित किया गया कि बैंक को एक सरकारी ई-मेल आईडी से एक नोटिस प्राप्त हुआ है। उसमें लिखा गया था कि जांच अधिकारी (आईओ) की ई-मेल आईडी फर्जी/जाली प्रतीत होती है और कथित एसबीआई खाते को डी-फ्रीज करने का अनुरोध था।

बैंक कर्मचारी समेत सात गिरफ्तार

ई-मेल आईडी के तकनीकी विश्लेषण पर यह पाया गया कि डी-फ्रीजिंग नोटिस प्रोटोन मेल का उपयोग करके भेजा गया था। अपराध की गंभीरता को भांपते हुए आरोपी व्यक्तियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी की गई और अजय और मोहित नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी निशानदेही पर एसबीआई बैंक कर्मचारी समेत पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

आरोपी अजय कुमार नए बैंक खाते खोलने में भूमिका अदा करता था। इसके बाद वह दिनेश, रोहित उर्फ बुली और प्रतीक कोशर को एटीएम कार्ड, चेक-बुक और अन्य दस्तावेज भेजता था। अभियुक्त मोहित सैनी अजय कुमार के साथ मिलकर काम करता था। आरोपी शंकर अनुबंध के आधार पर एसबीआई बैंक कमला नगर, दिल्ली का कर्मचारी था। उसने एसबीआई कमला नगर शाखा में 8 खाते खोलने में उनकी मदद की और अजय, मोहित, दिनेश और रोहित उर्फ बुली के साथ नियमित संपर्क में था। इस अवैध कार्य के बदले में उसे आरोपी व्यक्तियों से मोटी रकम मिल रही थी।