Dunki Network Gang In Delhi: दिल्ली पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी या डंकी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में चार बांग्लादेशी नागरिकों समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों के पास से पुलिस ने 200 से ज्यादा पासपोर्ट, फर्जी पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट, फर्जी शिक्षा प्रमाणपत्र, 12 मोबाइल फोन, 7 लैपटॉप, 03 पेनड्राइव, 01 इंकजेट प्रिंटर, यूरोपीय देशों के फर्जी परमिट बरामद किए हैं।
पुलिस ने आरोपियों की पहचान की
पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है। इनमें मोहम्मद अली अकबर एक बांग्लादेशी नागरिक, मोहम्मद इब्राहिम, मोहम्मद मुदस्सिर खान, धीरज कुमार बिश्नोई, गौरव गुलाटी और नरेंद्र आर्य शामिल हैं। इससे पहले पुलिस ने मोहम्मद अनवर काजी, मोहम्मद खोलिलुर रहमान और मोहम्मद यूनुस खान को गिरफ्तार किया था। मोहम्मद अली बांग्लादेश में बैठे अपने मुखिया के आदेश पर भारत में डंकी नेटवर्क ऑपरेट कर रहा था।
दिल्ली पुलिस ने बिछाया जाल
मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि संगठन का खुलासा तब हुआ जब 4 जनवरी को जानकारी मिली कि एक बांग्लादेशी नागरिक, जो अवैध रूप से भारत में रह रहा है और तस्करी गतिविधियों में शामिल है, मयूर विहार इलाके में आएगा। एक जाल बिछाया गया और रहमान और हुसैन के साथ काजी को पकड़ लिया गया। जांच के दौरान, उनसे अपने वैध यात्रा दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया, जिस पर काजी ने अपना मूल पासपोर्ट दिखाया।
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कई फर्जी कागजात बरामद
उसके पास से दिल्ली पुलिस को अन्य कागज के साथ ग्रीक वर्क परमिट भी मिला। काजी के मोबाइल फोन की भी जांच की गई और यह पता चला कि वह इस संगठित अपराध सिंडिकेट में शामिल एजेंटों-तस्करों के साथ लगातार संपर्क में था। वह तस्कर से उसका नकली आधार कार्ड, पैन कार्ड और ऐसे अन्य भारतीय राष्ट्रीयता दस्तावेज बनाने के लिए भी कह रहा था। आरोपियों ने खुलासा किया कि वे ढाका में अपने मालिक के साथ अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी के क्षेत्र में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं, जो बांग्लादेश और भारत में कुछ सहयोगियों की मदद से लोगों को यूरोपीय देशों में भेजते हैं।