Delhi Crime: राजधानी दिल्ली में साइबर ठगी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। दक्षिणी जिले की साइबर पुलिस ने खुद को सुप्रीम कोर्ट का वकील बताकर ठगी करने वाले जालसाज को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी, भोपाल का ड्रॉप आउट छात्र है। उसने बहुत सारी कानूनी एजेंसियों द्वारा फ्रीज किए गए बैंक खातों को डिफ्रिज करने के बहाने भारत में कई लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है।

आरोपी के पास से कई सबूत मिले

आरोपी ने लोगों पर अपना विश्वास जमाने के लिए एक फर्जी वेबसाइट भी बनाई थी। पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम प्रतीक दाहिया है। इस आरोपी के पास फोन, डेबिट कार्ड, सिम और आधार कार्ड भी मिले है। जिस व्यक्ति ने इस पूरे मामले की शिकायत करी है, वह हौज खास का रहने वाला है। उसका कहना है कि उसका बैंक खाता कुछ अनुचित लेनदेन की वजह से फ्रीज कर दिया था। इसके लिए उसने गूगल पर मदद खोजने का प्रयास किया था।

एक वेबसाइट पर मिले नंबर पर उसने संपर्क किया। इसके बाद उस शख्स ने खुद को सुप्रीम कोर्ट का वकिल बताया था। इसके साथ ही, उसने भारत में पुलिस विभाग में अच्छे संपर्क होने का दावा किया। व्यक्ति ने शिकायतकर्ता को उसके बैंक खाते को डिफ्रीज करने के लिए कहा था।

पुलिस ने मामले को दर्ज कर जांच शुरू की

मामले को दर्ज कर साइबर थाना सुरेंद्र व हरेंद्र कुमार की टीम ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपी के बैंक खातों को डिटेल्स खंगाली जिनमें ठगी का पैसा था। पुलिस की ओर से की गई जांच के बाद पता चला है कि आरोपी ऐसे व्यक्तियों को अपना शिकार बना रहा है, जिनके खाते को पूरे भारत में कानूनी एजेंसियों की ओर से बंद कर दिया है।