Delhi Police Busts Gang Of Thieves: दिल्ली पुलिस ने चोरों के एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है कि जो लोगों की सहानुभूति पाने और उनके घरों तक पहुंच बनाने के लिए मूक-बधिर व अनाथों का रूप लेकर उनका कीमती सामान चोरी कर लेते थे। पुलिस ने दावा किया कि आंध्र प्रदेश के मूल निवासी 19 साल के वेंकटेश की गिरफ्तारी से उन्होंने दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन, साउथ कैंपस, लाजपत नगर और राजेंद्र नगर इलाके में चोरी के पांच मामले और उत्तर प्रदेश के नोएडा का एक मामला सुलझा लिया है।
पुलिस अधिकारी ने किया खुलासा
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि 16 जनवरी को निजामुद्दीन के जंगपुरा में चोरी का एक मामला दर्ज किया गया था जिसमें पीड़ित पेशे से वकील ने कहा कि कुछ अज्ञात व्यक्ति उसके घर में घुस गए और उसके दो ऐप्पल मैकबुक, एक बोस पोर्टेबल स्पीकर और कई अन्य चीजें चुरा कर ले गए।
निजामुद्दीन पुलिस स्टेशन में धारा 380 (किसी भी इमारत में चोरी करना) और 454 (कारावास के साथ दंडनीय अपराध करने के लिए छिपना, घर में घुसपैठ करना या घर में तोड़फोड़ करना) के तहत मामला दर्ज किया गया था और सब इंस्पेक्टर आकाश तोमर के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई थी और मामले में कार्रवाई करने के लिए एक टीम का गठन किया गया था।
सीसीटीवी कैमरों और स्थानीय खुफिया जानकारी की मदद से टीम वेंकटेश को दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के सराय काले खां से पकड़ने में कामयाब रही। अधिकारी ने कहा कि उन्होंने मामले से संबंधित चोरी की गई चीजें बरामद कर लीं। उन्होंने बताया कि उसकी निशानदेही पर दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न मामलों से जुड़ी अन्य चोरी की गई वस्तुएं भी बरामद की गईं हैं।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने क्या बताया
पुलिस के द्वारा सख्ती से पूछताछ करने के बाद वेंकटेश ने कहा कि उसने और उसके सहयोगियों ने अनजान लोगों से वित्तीय सहायता मांगी, जो खुद को बहरा और मूक बताते थे। वे चोरी का सामान रखने के लिए एक बैग भी रखते थे। अधिकारी ने बताया कि सुबह 8 से 10 बजे के बीच इलाकों में घूमते हुए, उन्होंने कमजोर घरों को निशाना बनाया। अधिकारी ने आगे कहा कि सुबह के समय घर के लोग अपने काम में व्यस्त रहते हैं। वे खुद को मूक-बधिर बताकर हाथों में पर्चे लेकर घरों के दरवाजे पर खड़े होकर आर्थिक सहायता की मांग करते थे। जब घर के लोग दरवाजा खुला छोड़ कर काम में व्यस्त हो जाते थे, तो ये सभी घरों में घुसकर चोरी कर लेते थे।