Delhi: 13 फरवरी को किसानों के दिल्ली कूच की सूचना से पहले पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां फुल एक्शन मोड में हैं। किसानों को दिल्ली के बॉर्डर पर रोकने की तैयारियां जोर शोर से चल रही है। सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर कंटीले तार और पत्थरों के बैरिकेड लगाए जा रहे हैं। पुलिस फोर्स दो दिन से बॉर्डर इलाके में तैनात कर दी गई है। सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर कारों की जांच भी शुरू कर दी गई है। नॉर्थ ईस्ट जिले में एक महीने के लिए धारा 144 लगा दी गई है।

11 मार्च तक धारा 144 लागू

डीसीपी जॉय टिर्की ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि 11 फरवरी से 11 मार्च तक जिले में धारा 144 लागू रहेगी। बॉर्डर एरिया में भीड़भाड़ एकत्रित करना कानून के दायरे में आएगा। कुछ किसान संगठनों की एमएसपी की मांग को लेकर 13 फरवरी को दिल्ली कूच का आह्वान किया गया है।

अनुमान है कि मांगें पूरी होने तक दिल्ली की सीमा पर किसान जत्थे बैठ सकते हैं। किसान पिछली बार की तरह ही इस बार भी ट्रैक्टर ट्रॉली, बस, ट्रक, कार और कमर्शियल वाहनों में सवार होकर प्रदर्शन में शामिल होकर आ सकते हैं। किसी को भी हथियार लाने की इजाजत नहीं होगी। किसी तरह की अप्रिय घटना, कानून व्यवस्था बनाए रखें और जीवन व संपत्ति को बचाने के इरादे से धारा 144 लागू की गई है।

प्रदर्शनकारियों को दिल्ली में प्रवेश की इजाजत नहीं

पुलिस अफसर ने कहा 11 मार्च तक दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच सभी सीमाओं और उत्तर पूर्वी जिले के अधिकार क्षेत्र में लोगों के जमा होने पर रोक रहेगी। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली जिला पुलिस ऐसे प्रदर्शनकारियों को दिल्ली में प्रवेश की इजाजत नहीं देगी। जबरन अंदर दाखिल होने की कोशिश करने वालों को मौके पर ही हिरासत में लिया जाएगा।