PUC Testing Centre In Delhi: दिल्ली सरकार ने पेट्रोल पंपों पर स्थित प्रदूषण जांच केंद्र संचालकों की चल रही हड़ताल तक वाहन चालकों को अपने अन्य अधिकृत प्रदूषण जांच केंद्रों का विकल्प अपनाने की अपील की है। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि पेट्रोल पंपों पर स्थित प्रदूषण जांच केंद्रों की हड़ताल की वजह से वहां पर वाहनों की प्रदूषण की जांच नहीं हो पा रही है। इससे वाहन चालकों को परेशानी हो रही है।
300 अन्य प्रदूषण केंद्रों पर करवाएं वाहन की जांच
इस परेशानी से बचने के लिए वाहन चालक दिल्ली सरकार द्वारा अधिकृत 300 अन्य प्रदूषण जांच केंद्रों पर जाकर अपने वाहनों की प्रदूषण की जांच करा सकते हैं। परिवहन मंत्री ने कहा कि वाहन चालकों की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार कई और प्रदूषण जांच केंद्र खोलने पर विचार कर रही है। इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।
आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जांच केंद्रों की सूची
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि दिल्ली में पेट्रोल पंपों के अलावा लगभग 300 अन्य स्थानों पर दिल्ली सरकार द्वारा अधिकृत प्रदूषण जांच केंद्र कार्य कर रहे हैं। इन केंद्रों पर नियमित रूप से वाहनों की प्रदूषण की जांच हो रही है। सोमवार को इन प्रदूषण जांच केंद्रों पर 1375 वाहनों की प्रदूषण की जांच की गई और मंगलवार को शाम करीब 5 बजे तक करीब 1464 वाहनों की प्रदूषण की जांच हो चुकी थी। कैलाश गहलोत ने कहा कि पेट्रोल पंपों के अलावा अन्य स्थानों पर दिल्ली सरकार के जो 300 प्रदूषण जांच केंद्र अधिकृत हैं, उन सभी की सूची परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।
PUC केंद्र संचालकों की ये मांग
बता दें कि पंप संचालकों का कहना है कि केंद्र के संचालन का खर्च और कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी को देखते हुए मौजूदा बढ़ोतरी नाकाफी है, क्योंकि सरकार द्वारा 13 साल बाद 35 प्रतिशत तक की यह बढ़ोतरी करने का ऐलान हुआ है। उनका कहना है कि पीयूसी केंद्र के संचालन में खर्च कई गुना बढ़ गए हैं। ऐसे में पीयूसी जांच के लिए दाम और अधिक बढ़ाने चाहिए।
प्रदूषण जांच की दरों में वृद्धि की घोषणा
गौरतलब है कि 11 जुलाई को सरकार ने दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अनुरोध पर वाहनों की प्रदूषण की जांच की दरों में वृद्धि की घोषणा की है। यह शुल्क वृद्धि 2011 के बाद से नहीं की गई थी। परिवहन विभाग ने दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन द्वारा शुल्क वृद्धि करने के लगातार किए जा रहे अनुरोधों को स्वीकार करते हुए दरों में इजाफा किया है। प्रदूषण जांच की नई दरें सरकार द्वारा इसे अधिसूचित करने के बाद प्रभावी हो जाएंगी।
सरकार ने प्रदूषण की जांच दरों में इतनी की है वृद्धि
- पेट्रोल, सीएनजी, या एलपीजी (जैव ईंधन सहित) दो और तीन पहिया वाहनों के लिए 80 रुपये।
- पेट्रोल, सीएनजी, या एलपीजी (जैव-ईंधन सहित) चार पहिया वाहनों और उससे ऊपर की श्रेणियों के लिए 110 रुपये।
- डीजल से चलने वाले वाहनों के लिए 140 रुपये।
2011 में संशोधित दरें
2011 में संशोधित वर्तमान दरें क्रमशः 60 रुपया, 80 रुपये, और 100 रुपये हैं। इससे पहले, दरों को 2005 में संशोधित किया गया था और दरे क्रमशः 35 रुपये, 45 रुपये और 60 रुपये रखी गई थीं।