Delhi News: प्रवेश वर्मा ने डिफेंस कॉलोनी की सड़कों का निरीक्षण किया, फिर केजरीवाल पर लगा दिए ये आरोप

Parvesh Verma Inspected Defence Colony: दिल्ली के कैबिनेट मंत्री प्रवेश वर्मा ने आज डिफेंस कॉलोनी का निरीक्षण किया है। उन्होंने यहां चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लिया है।;

Update: 2025-02-27 06:58 GMT
Parvesh Verma and Arvind Kejriwal
प्रवेश वर्मा और अरविंद केजरीवाल।
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Parvesh Verma Inspected Defence Colony: दिल्ली के पीडब्ल्यूडी विभाग के मंत्री प्रवेश वर्मा ने आज डिफेंस कॉलोनी में चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया है। इस दौरान उनके साथ सांसद बांसुरी स्वराज के अलावा भी कई बीजेपी नेता मौजूद थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली को देखकर ऐसा लगता है कि पूरी दिल्ली टूटी हुई है। सरकारी अधिकारियों के कामों का जब तक फॉलो अप नहीं लिया जाता है, तब तक काम नहीं होता है। उनका इशारा आप के मंत्रियों की ओर था, जो निरीक्षण नहीं करते थे।

'आप के मंत्री नहीं करते थे कार्य का निरीक्षण'

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रवेश वर्मा ने उन्होंने 12 पुला को लेकर कहा कि निर्माण कार्य के लिए जो बजट आवंटित किए गए थे, उससे दोगुना कॉस्ट खर्च हो चुका है, लेकिन अभी तक  पिछले 2 सालों से चल रहा है, लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हो सका है। खर्च भी आवंटित बजट से दोगुना हो चुका है। सरकार काम का फॉलोअप नहीं लेती थी, ना ही केजरीवाल और ना ही आप के कोई मंत्री निरीक्षण करने के लिए कभी जमीन पर उतरते थे।

'केजरीवाल द्वारा खर्च किए पैसों का लेंगे हिसाब'

उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसी भी प्रोजेक्ट को लेट नहीं होने देंगे, इससे सरकार पर खर्च का अधिक भार पड़ता है। उन्होंने जिन प्रोजेक्ट को लेकर बात की है, उनमें 12 पुलिया, आईटीओ टनल के पास एक नया रोड बनना है, हम आपको इसकी पूरी लिस्ट दे देंगे। उन्होंने सीएजी रिपोर्ट को लेकर कहा कि नई शराब नीति में सरकार को 2 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है, उन पैसों से कहां-कहां सड़कें बन सकती थी। केजरीवाल ने उन पैसों को कहां खर्च किया, इसकी भी जांच करेंगे।

'शेख के ऑफिस की तरह सीएम का ऑफिस'

प्रवेश वर्मा ने कहा कि शीश महल की भी जांच की जाएगी। दिल्ली का सीएम ऑफिस ऐसा बना हुआ है, जैसे लगाता है दुबई के शेख का ऑफिस है। वहां पिछले 3 सालों से ना किसी एमएलए को एंट्री दी गई और ना ही मीडियाकर्मियों को एंट्री दी जाती थी। हम इसकी भी जांच करेंगे कि इस पर कितना पैसा खर्च हुआ और इतने पैसे खर्च करने के लिए परमिशन कहां से मिली।  

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