Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले, भगवान राम, हनुमान और आगामी भव्य मंदिर की छवियों वाले भगवा झंडों की मांग कई गुना तक बढ़ गई है। 22 जनवरी को 'प्राण प्रतिष्ठा' के दिन अयोध्या को किलेबंद कर दिया जाएगा। देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के व्यापारी भगवा झंडों और पोस्टरों की बढ़ती मांग पूरी करने के लिए 24 घंटे काम करने में जुटे हुए हैं। 

झंडो की बढ़ी मांग

फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार यादव ने कहा कि जैसे-जैसे अयोध्या 22 जनवरी के भव्य समारोहों के लिए तैयार हो रही है, 40,000 कर्मचारी और प्रिंटिंग प्रेस यहां भक्तों की मांग पूरी करने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे हैं। जब पीएम मोदी ने लोगों से प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को दीपावली के रूप में मनाने के लिए अपने घरों में खास दिए ‘श्रीराम ज्योति’ जलाने का आग्रह किया है। हमें इस समारोह से संबंधित धार्मिक वस्तुओं की मांग में बढ़ोतरी की उम्मीद थी। 

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बाजार हुए राममय

उन्होंने यह भी कहा कि 15 जनवरी की शाम से बाजार सज जाएंगे और एक जुलूस निकाला जाएगा, जिसमें लगभग 700 व्यापारियों के हिस्सा लेने की संभावना है। जैसे-जैसे प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का समय पास आता जा रहा है, दिल्ली के सभी क्षेत्रों और इलाकों में भगवा झंड़ों की मांग में इजाफा हो रहा है। धार्मिक संस्थान की तरफ से बड़े पैमाने पर आर्डर बुक किए जा रहे हैं। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मालवीय नगर के एक दुकानदार अजय ने कहा कि कई धार्मिक संगठन और मंदिर प्रबंधन अधिकारी भीड़ के बीच वितरित करने के लिए इन भगवा झंडों को थोक में खरीद रहे हैं। अजय ने कहा कि लोग सिर्फ झंडे, टोपी या पोस्टर के लिए ही नहीं आ रहे हैं, बल्कि वे अपनी बाइक, कार और ऑटो को सजाने वाली वस्तुओं की भी तलाश कर रहे हैं। अजय ने कहा कि पहले मैं राजनीतिक दलों के लिए झंडे, पोस्टर और तिरंगे बनाता था। हालांकि, अब बढ़ती मांग की वजह से हमने भगवा झंडे प्रिंट करना शुरू कर दिया है और तकरीबन 3 लाख आर्डर आ चुके हैं।