Politics On Rat Miner: उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल में फंसे 41 मजदूरों की जान बचाने वाले रैट माइनर वकील हसन के घर को बीते दिन 28 फरवरी को ढहा दिया गया। रैट माइनर ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) पर घर को ध्वस्त करने का आरोप लगाया। अब इस पर सियासत शुरु हो गई है। इस बीच आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है, तो वहीं अब उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एक बयान में कहा कि रैट माइनर को दूसरा घर दिया जाएगा।
सौरभ भारद्वाज ने केंद्र पर बोला हमला
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब सबकी निगाहें उत्तराखंड पर थीं, तो इन रैट माइनरों ने अपनी जान जोखिम में डालकर सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की जान बचाई। उस समय सभी भाजपा नेता श्रेय लेने के लिए उनके घर गए। लेकिन कल 28 फरवरी को डीडीए ने रैट माइनर के घर को ध्वस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि डीडीए केंद्र सरकार के अंतर्गत आता है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बात सिर्फ इस एक घर की नहीं है, पिछले डेढ़ साल में लाखों लोगों ने अपना घर खो दिया है। ये लोग कहां जाएंगे? केंद्र सरकार ने बेघर कर लोगों को सड़कों पर छोड़ दिया है।
रैट माइनर को मिलेगा नया घर
वहीं, दिल्ली के उपराज्यपाल ने रैट माइनर के घर गिराए जाने के बाद पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि रैट माइनर को मुआवजा दिया जाएगा और उनको घर दिया जाएगा। रैट माइनर का घर गिराने के बाद डीडीए ने कहा कि घर पर कार्रवाई करने से पहले इसकी जानकारी दी गई थी। लेकिन वहीं रैट माइनर वकील हसन और उनके परिवार वालों का कहना है कि डीडीए ने इस संबंध में उन्हें पहले से कोई जानकारी या नोटिस नहीं दी थी। यहां क्लिक कर पढ़िये विस्तृत खबर...