Republic Day parade 26 January 2024 Live Updates: देश में आज शुक्रवार को 75वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। भारत की सांस्कृतिक विविधता और सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए आयोजित परेड में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वॉर मेमोरियल में 2 मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों बग्घी में सवार होकर कर्तव्य पथ पहुंचे। 1984 के बाद ये पहली बार है, जब राष्ट्रपति बग्घी में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के लिए बग्घी में रवाना हुईं। 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दूसरी बार राष्ट्रध्वज फहराया। समारोह में करीब 13 हजार अतिथि भी आए। इस बार गणतंत्र दिवस की दो थीम रखी गई है, एक 'विकसित भारत' और दूसरी थीम 'भारत-लोकतंत्र की मातृका' है। परेड का आगाज 100 महिला म्यूजिशियंस ने शंख, नगाड़े और अन्य पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ किया। पहली बार तीनों सेनाओं, पैरा मिलिट्री ग्रुप्स और पुलिस की टुकड़ियों को महिलाओं ने लीड की। 1500 महिलाओं ने अपने पारंपरिक पहनावे में लोक नृत्य किया। रक्षा मंत्रालय एक स्मारक सिक्का और स्मारक टिकट जारी करेगा। बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी की महिलाकर्मियों ने 3500 सीसी रॉयल एनफील्ड बुलेट्स पर सवार होकर डेयरडेविल स्टंट दिखाया।  

Live Updates...

  • आसमान में भारतीय वायुसेना ने करतब दिखाए। राफेल, सुखोई, तेजस की गर्जना सुनने को मिली। 

  • डेयरडेविल स्टंट: कर्तव्य पथ पर महिलाओं ने डेयर डेविल स्टंट कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस की महिला कर्मियों ने 'नारी शक्ति' के अपने कौशल का प्रदर्शन किया। मोटरसाइकिलों पर सवार 265 महिला बाइकर्स ने शौर्य और वीरता का प्रदर्शन किया।

  • 1500 महिलाओं ने एक साथ किया डांस: कर्तव्य पथ पर 1500 महिलाओं ने डांस किया। इसमें देश के विभिन्न राज्यों की प्रचलित 30 लोक नृत्य शैलियां नजर आईं। 120 डांसर्स विभिन्न आदिवासी और लोक प्रदर्शन कलाओं से संबंधित मुखौटे पहने नजर आए। 120 डांसर्स  ने गुजरात, मणिपुर, केरल और महाराष्ट्र के पारंपरिक छतरियों और अन्य कलात्मक वस्तुओं के साथ नृत्य किया। 

  • झारखंड की झांकी: राज्य की झांकी ने देश और दुनिया को तसर रेशम की समृद्ध विरासत से रूबरू कराया। झांकी में तसर रेशम के उत्पादन में आदिवासी महिलाओं के योगदान को प्रदर्शित किया गया। 

  • गुजरात की झांकी: झांकी का विषय 'धोर्डो: गुजरात के पर्यटन विकास का वैश्विक प्रतीक' है।

  • लद्दाख की झांकी: 'विकसित भारत: लद्दाख की यात्रा में रोजगार के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना' विषय पर आधारित झांकी निकाली गई। झांकी में लड़कियों को बर्फ के बीच आइस हॉकी खेलते हुए दिखाया गया। 

  • राजस्थान की झांकी: राज्य की झांकी में राजस्थान की उत्सवधर्मी संस्कृति के साथ-साथ पोषित महिला हस्तशिल्प उद्योगों के विकास का प्रदर्शन किया गया

  • उत्तर प्रदेश की झांकी: 'अयोध्या: विकसित भारत-समृद्ध विरासत' पर आधारित झांकी में आगे रामलला दिखे। पीछे ब्रह्मोस और रैपिड रेल नजर आई। 

  • छत्तीसगढ़ की झांकी: राज्य की झांकी में आदिवासी समुदायों में प्राचीन काल से मौजूद लोकतांत्रिक चेतना और पारंपरिक लोकतांत्रिक मूल्यों को दर्शाया गया। पारंपरिक कला और शिल्प को दर्शाने के लिए झांकी को बेल-मेटल और टेराकोटा कलाकृतियों से सजाया गया है।

  • ओडिशा की झांकी: राज्य की झांकी में महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ राज्य के समृद्ध हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्र की उपलब्धियों को दर्शाया गया है।

  • मणिपुर की झांकी: 'इमा कीथेल' के साथ मणिपुर ने अपनी 'नारी शक्ति' का प्रदर्शन किया। यह 500 साल पुराना बाजार है, जो पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित दुनिया का एकमात्र बाजार है।

  • मध्य प्रदेश की झांकी: कर्तव्य पथ पर मध्य प्रदेश की झांकी दिखी। जिसमें 'आत्मनिर्भर और प्रगतिशील; राज्य की महिलाओं को दर्शाया गया। 

  • हरियाणा की झांकी: इस वर्ष की झांकी का विषय 'मेरा परिवार-मेरी पहचान' है। यह हरियाणा सरकार का एक कार्यक्रम है। यह झांकी हरियाणवी महिलाओं के सशक्तिकरण के पारंपरिक प्रतीक के रूप में तैयार की गई है।

  • अरुणाचल प्रदेश की झांकी: अरुणाचल प्रदेश की झांकी में सिंगचुंग बुगुन ग्राम सामुदायिक रिजर्व को दर्शाया गया है, जो राज्य में एक जैव विविधता हॉटस्पॉट है।

  • बीएसएफ ऊंट बैंड ने परेड में हिस्सा लिया। इसका नेतृत्व बैंड मास्टर सब इंस्पेक्टर अमल चटोपाध्याय ने किया। जबकि बीएसएफ ऊंट दल का नेतृत्व डिप्टी कमांडर मनोहर सिंह खींची ने किया। 

  • कर्तव्य पथ पर 19 प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं ने हिस्सा लिया। यह पुरस्कार बहादुरी, कला और संस्कृति, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा और खेल के क्षेत्र में 6 श्रेणियों में दिया जाता है।
  • दिल्ली पुलिस के सभी महिला बैंड ने पहली बार परेड में हिस्सा लिया। इसका नेतृत्व बैंड मास्टर सब इंस्पेक्टर रुयांगुनुओ केन्से ने किया। परेड में हिस्सा लेने वाले में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल के 15 बार विजेता दिल्ली पुलिस के मार्चिंग दल भी हैं।

  • भारतीय वायु सेना की झांकी ने परेड में हिस्सा लिया। झांकी 'भारतीय वायु सेना: सक्षम, सशक्त, आत्मनिर्भर' विषय पर थी। झांकी के कमांडर फ्लाइट लेफ्टिनेंट अनन्या शर्मा और फ्लाइंग ऑफिसर अस्मा शेख रहे।
  • कर्तव्य पथ पर पहली बार बीएसएफ महिला ब्रास बैंड और सीमा सुरक्षा बल की महिला टुकड़ी ने हिस्सा लिया। 
  • भारतीय नौसेना की झांकी में 'नारी शक्ति' और 'आत्मनिर्भरता' की झलक दिखी। इसमें विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत और नौसेना के जहाज दिल्ली, कोलकाता और शिवालिक और कलावरी क्लास पनडुब्बी को भी दिखाया गया।

  • भारतीय वायु सेना के मार्चिंग दल का नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर रश्मी ठाकुर ने किया। जिसमें स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव, स्क्वाड्रन लीडर प्रतीति अहलूवालिया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट किरीट रोहिल शामिल थे।
  • सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा की एक पूर्ण महिला टुकड़ी ने पहली बार मार्च किया। जिसका नेतृत्व मेजर सृष्टि खुल्लर ने किया। इसमें आर्मी डेंटल कोर से कैप्टन अंबा सामंत, भारतीय नौसेना से सर्जन लेफ्टिनेंट कंचना, भारतीय वायु सेना की फ्लाइट लेफ्टिनेंट दिव्या प्रिया शामिल थीं। 
  • अग्निवीरों और नियमित रंगरूटों वाली सभी महिला ट्राई सर्विस की टुकड़ी ने गर्व से कर्तव्य पथ पर मार्च किया। यह पहली बार है कि तीनों सेनाओं की महिला सैनिकों की टुकड़ियों ने कर्तव्य पथ पर मार्च किया। 

  • परेड में राजपूताना राइफल्स के मार्चिंग दस्ते का नेतृत्व 20वीं बटालियन के लेफ्टिनेंट संयम चौधरी ने किया। रेजिमेंट को 10 अर्जुन पुरस्कार जीतने का दुर्लभ गौरव प्राप्त है। सूबेदार नीरज चोपड़ा और सूबेदार दीपक पुनिया ने ओलंपिक और एशियाई खेलों में देश का नाम रोशन किया है।
  • भारतीय सेना की सबसे पुरानी पैदल सेना रेजिमेंट, मद्रास रेजिमेंट ने कर्तव्य पथ पर मार्च किया। इनका आदर्श वाक्य 'स्वधर्मे निधनं श्रेयः'- अपना कर्तव्य निभाते हुए मरना गौरव की बात है। 
  • सुरक्षा बलों द्वारा उपयोग किए जाने वाले वाहनों को गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर प्रदर्शित किया गया। 

  • 1890 रॉकेट रेजिमेंट से आर्टिलरी रेजिमेंट के पिनाका की टुकड़ी ने मार्च पास्ट किया। इसकी अगुवाई 262 फील्ड रेजिमेंट की लेफ्टिनेंट प्रियंका सेवदा ने की। 
  • कर्तव्य पथ पर 42 बख्तरबंद रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट फैयाज सिंह ढिल्लों के नेतृत्व में टैंक टी-90 भीष्म की टुकड़ी ने मार्च पास्ट किया।
  • फ्रांसीसी विदेशी सेना ने मार्च पास्ट किया। इस संगीत बैंड में 30 संगीतकार और फ्रांसीसी विदेशी सेना की दूसरी इन्फैंट्री रेजिमेंट के फ्रांसीसी मार्चिंग दल शामिल थे। इनके ऊपर कर्तव्य पथ पर दो राफेल लड़ाकू विमान नजर आए। 

  • मार्च पास्ट शुरू होते ही कर्तव्य पथ पर परमवीर चक्र और अशोक चक्र सहित सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के विजेताओं ने सलामी दी। सेना की घुड़सवार टुकड़ियों द्वारा मार्च पास्ट किया गया। 
  • मैकेनाइज्ड कॉलम का नेतृत्व करने वाली पहली सेना टुकड़ी 61 कैवेलरी की है, जिसका नेतृत्व मेजर यशदीप अहलावत ने किया। 1953 में स्थापित 61 कैवेलरी दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय हॉर्सड कैवेलरी रेजिमेंट है, जिसमें सभी 'स्टेट हॉर्सड कैवेलरी यूनिट्स' शामिल है।
  • परेड की शुरुआत 100 से अधिक महिला कलाकारों ने शंख, ढोल, मृदंग जैसे भारतीय वाद्ययंत्र बजाते हुए की। कर्तव्य पथ पर 'ध्वज' फॉर्मेशन में चार Mi-17IV हेलीकॉप्टर्स ने उड़ान भरी। पुष्प बरसाए। 

  • पीएम मोदी ने मंत्रियों-सेना अध्यक्षों से इमैनुएल मैक्रों का परिचय कराया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। तोपों की सलामी दी गई। 
  • पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मुर्मू और इमैनुएल का स्वागत किया। पीएम मोदी और मैक्रों ने एक दूसरे को गले लगाया। 
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उनके समकक्ष इमैनुएल कर्तव्य पथ पहुंचे। इमैनुएल मैक्रों ने दोनों हाथ जोड़कर नमस्ते किया। 

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्र सलामी दी गई। इसके बाद बग्घी पर सवार होकर कर्तव्य पथ पर रवाना हुए। 
  • पीएम मोदी ने वॉर मेमोरियल पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद 2 मिनट का मौन रखकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
  • इंटर सर्विसेज गार्ड 'सलामी शस्त्र' के बाद दो मिनट का मौन रखा गया। इंटर सर्विसेज गार्ड की कमान सिख रेजिमेंट की 6वीं बटालियन के भारतीय सेना अधिकारी मेजर इंद्रजीत सचिन के हाथ में रही।

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वॉर मेमोरियल पहुंचे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रिसीव किया। सीडीएस और तीनों सेना अध्यक्षों ने पीएम मोदी को सलामी दी। 
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, 'देश के अपने समस्त परिवारजनों को गणतंत्र दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। जय हिंद!'
  • दिल्ली में कोहरा बेहद घना है। विजिबिलिटी कम है। लेकिन जवानों के उत्साह में कमी नहीं है। देशभर से आए गेस्ट कर्तव्य पथ की तरफ बढ़ रहे हैं। 
  • ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने 75वें गणतंत्र दिवस पर भारत को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि हमारे साझा राष्ट्रीय दिवस पर, हमारे पास अपनी दोस्ती का जश्न मनाने का अवसर है। ऑस्ट्रेलिया और भारत कभी इतने करीब नहीं रहे।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी का स्वागत किया।

अब जानिए परेड से जुड़ी 10 बड़ी बातें

  • पहली बार परेड की शुरुआत 100 से अधिक महिला कलाकार भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाते हुए करेंगी। परेड की शुरुआत इन महिला कलाकारों द्वारा बजाए जाने वाले शंख, नादस्वरम, नगाड़ा आदि संगीत से होगी।
  • फ्लाईपास्ट में एयरफोर्स के 51 एयरक्राफ्ट हिस्सा लेंगे। इनमें 29 फाइटर प्लेन, 7 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, 9 हेलिकॉप्टर, एक हेरिटेज एयरक्राफ्ट भी शामिल होगा। पहली बार फ्रांसीसी सेना के राफेल भी शामिल हो रहे हैं। 
  • कर्तव्य पथ पर मार्च करते हुए सभी महिलाओं की ट्राई सर्विस टुकड़ी की पहली भागीदारी भी देखी जाएगी। फ्लाईपास्ट के दौरान महिला पायलट भी नारी शक्ति का एहसास कराएंगी। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ियों में भी केवल महिला कर्मी शामिल होंगी।
  • गणतंत्र दिवस परेड सुबह 10.30 बजे शुरू होगी और 90 मिनट तक चलेगी। समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के दौरे से होगी।
  • कार्तव्य पथ फ्रांसीसी सशस्त्र बलों के संयुक्त बैंड और मार्चिंग दस्ते के मार्च पास्ट का गवाह बनेगा। 30 सदस्यीय बैंड दल का नेतृत्व कैप्टन खुरदा करेंगे, जिसके बाद 90 सदस्यीय मार्चिंग दल होगा, जिसका नेतृत्व कैप्टन नोएल करेंगे। एक मल्टीरोल टैंकर विमान और फ्रांसीसी वायु और अंतरिक्ष बल के दो राफेल लड़ाकू विमान टुकड़ियों के ऊपर उड़ान भरेंगे।
  • मैकेनिज्ड कॉलम का नेतृत्व करने वाली पहली भारतीय सेना की टुकड़ी 61 कैवेलरी की होगी, जिसका नेतृत्व मेजर यशदीप अहलावत करेंगे। 1953 में स्थापित, 61 कैवेलरी दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय घुड़सवार कैवेलरी रेजिमेंट है।
  • भारतीय नौसेना दल में 144 पुरुष और महिला अग्निवीर शामिल होंगे, जिनका नेतृत्व आकस्मिक कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट प्रज्वल एम और प्लाटून कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट मुदिता गोयल, लेफ्टिनेंट शरवानी सुप्रिया और लेफ्टिनेंट देविका एच करेंगे। इसके बाद नौसेना की झांकी होगी, जिसमें 'नारी शक्ति' और 'स्वदेशीकरण के माध्यम से महासागरों में समुद्री शक्ति' विषयों को दर्शाया जाएगा।
  • भारतीय वायु सेना (IAF) में स्क्वाड्रन लीडर रश्मी ठाकुर के नेतृत्व में 144 वायुसैनिक और चार अधिकारी शामिल होंगे। स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव और प्रतीति अहलूवालिया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट कीर्ति रोहिल आकस्मिक कमांडर के पीछे अतिरिक्त अधिकारियों के रूप में मार्च पास्ट करेंगे।
  • परेड के दौरान रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित कई महत्वपूर्ण प्रणालियों और प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। डीआरडीओ की झांकी 'भूमि, वायु, समुद्र, साइबर और अंतरिक्ष, सभी पांच आयामों में रक्षा कवच प्रदान करके राष्ट्र की रक्षा करने में महिला शक्ति' विषय पर आधारित है।
  • केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और दिल्ली पुलिस की टुकड़ियों का नेतृत्व महिला कर्मियों द्वारा किया जाएगा। सीमा सुरक्षा बल के मार्चिंग दस्ते का नेतृत्व सहायक कमांडेंट मोनिका लाकड़ा करेंगी। वहीं, सहायक कमांडेंट तन्मयी मोहंती केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सहायक कमांडेंट मेघा नायर द्वारा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सहायक कमांडेंट मोनिया शर्मा द्वारा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, डिप्टी कमांडेंट नैंसी सिंगला द्वारा सशस्त्र सीमा बल और दिल्ली पुलिस दस्ते को अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्वेता के सुगथन द्वारा लीड किया जाएगा।

यहां देखिए LIVE परेड