Arvind Kejriwal on RSS: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार (27 सितंबर) को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत से नए सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे नेताओं को शामिल करने पर उनकी क्या राय है? केजरीवाल ने भागवत को एक पत्र लिखने का जिक्र करते हुए कहा, "क्या मोहन भागवत मोदीजी के उस फैसले से संतुष्ट हैं, जिसमें सबसे भ्रष्ट नेताओं को ईडी और सीबीआई के जरिए डराकर पार्टी में शामिल किया गया?"
अजित पवार के लिए पीएम मोदी के 2023 के बयान का जिक्र
- उन्होंने कहा- "हाल ही में मैंने मोहन भागवत को एक पत्र लिखा था, जिसमें मैंने 4-5 सवाल पूछे थे। एक सवाल था, क्या मोहन भागवत मोदीजी के उस फैसले से संतुष्ट हैं कि सबसे भ्रष्ट नेताओं को भाजपा में शामिल किया गया?"
- केजरीवाल ने उदाहरण देते हुए कहा, "27 जून 2023 को प्रधानमंत्री ने कहा कि अजित पवार ने 70 हजार करोड़ रुपए का घोटाला किया और पांच दिन बाद उन्हें बीजेपी सरकार में शामिल कर उपमुख्यमंत्री बना दिया गया। क्या आपको कोई शर्म नहीं आती?"
मोदीजी के 25 रत्न, जिन्हें बीजेपी ने पहले भष्टाचारी बताया
आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने असम के मुख्यमंत्री हिमांता बिस्वा शरमा का जिक्र कर कहा, "22 जुलाई 2015 को बीजेपी ने कहा था कि हिमांता बिस्वा शरमा भ्रष्ट हैं और एक महीने बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए। ऐसे 25 नेता हैं, जो मोदीजी के बहुत करीब हैं। यह उनकी ईमानदारी है। ये मोदीजी के 25 रत्न हैं।"
RSS कार्यकर्ताओं को अब भी टिकट नहीं मिलते: केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा, "आरएसएस के मेंबर इसे कैसे स्वीकार कर सकते हैं? और आरएसएस के कार्यकर्ताओं को अब भी टिकट नहीं मिलते। उनका काम अब केवल कालीन बिछाने तक रह गया है। वे एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं के लिए कालीन बिछाते हैं, जो बीजेपी में शामिल हो जाते हैं।" बता दें कि केजरीवाल ने पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया, कुछ दिन पहले उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) के कथित दिल्ली शराब घोटाले के मामले में जमानत मिली है। अतिशी ने राष्ट्रीय राजधानी की मुख्यमंत्री के रूप में केजरीवाल की जगह ली है।