लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों से पहले आए एग्जिट पोल में बीजेपी को 350 से अधिक सीटें मिलने का दावा किया गया था, लेकिन ज्यादातर सट्टा बाजार इससे सहमत नहीं थे। ज्यादातर सट्टा बाजार का अनुमान था कि बीजेपी की सरकार बन जाएगी, लेकिन 350 के आंकड़े तक नहीं पहुंच सकेगी। सट्टा बाजार के अनुमान पर दांव खेलने वाले अब बड़ा फायदा कमा रहे हैं। हालांकि एक स्टेट ऐसी भी है, जहां मतदाताओं ने सट्टा कारोबारियों को भी चौंका दिया है। चलिये जानते हैं कि सट्टा बाजार के अनुमान के आधार पर दांव लगाने वाले लोगों को किन सीटों पर ज्यादा मुनाफा मिल रहा है। सबसे पहले दिल्ली की बात करते हैं...
दिल्ली में 7 से 6 सीटों पर बीजेपी जीतेगी
फलोदी सट्टा बाजार ने अनुमान जताया था कि दिल्ली में 7 सीटों में से 6 सीटों पर बीजेपी जीत हासिल करेगी। उत्तर पूर्व दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार की जीत का अनुमान लगाया जा रहा था। लेकिन, कन्हैया कुमार 44427 वोटों के अंतर से मनोज तिवारी से पिछड़ गए हैं। ऐसे में मनोज तिवारी की जीत पर दांव लगाने वालों को अच्छा मुनाफा मिला है।
हरियाणा में भी सही चल रहा दांव
करनाल सट्टा बाजार ने एनडीए को 263 सीटें मिलने का अनुमान जताया था। इसमें बीजेपी को 223 सीट मिल सकती हैं। इसके अलावा, कांग्रेस को 120 सीटें मिलने का अनुमान जताया था। इसके अलावा सोनीपत, हिसार, सिरसा, कुरुक्षेत्र और रोहतक समेत 6 से 7 सीटों पर कांग्रेस के जीतने का दांव खेला था। अभी तक के रुझानों से देखा गया है कि कांग्रेस 5 सीटों पर आगे चल रही है। अंबाला से वरुण चौधरी, सिरसा से कुमारी शैलजा, हिसार से जयप्रकाश, रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा और गुरुग्राम से राज बब्बर आगे चल रहे हैं। गुरुग्राम को छोड़कर शेष सभी सीटों पर सट्टा बाजार का अनुमान ठीक साबित होता दिखाई दे रहा है।
पंजाब के लोगों ने सट्टा बाजार को चौंकाया
ज्यादातर सट्टा बाजार ने पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर की संभावना जताई थी। यही कारण रहा कि ज्यादातर सट्टा बाजार ने भाव बेहद कम रखा गया था। इंडिया टुडे ग्रुप के एग्जिट पोल की मानें तो पंजाब में बीजेपी को नुकसान झेलना पड़ेगा। एनडीए को 2 से 4, इंडिया गठबंधन को 7 से 9, शिरोमणि अकाली दल को 2 से 3 और आम आदमी पार्टी को 0 से 2 सीट मिल सकती हैं। यह अनुमान सही साबित हुआ है। अभी तक के रुझानों में कांग्रेस बढ़त में है। ऐसे में पंजाब में कांग्रेस की जीत पर दांव लगाने वाले फायदा कमा रहे हैं। वहीं, कांटे की टक्कर मानकर सट्टा कारोबारियों ने भी ज्यादा रिस्क नहीं लिया और दोनों तरफ से फायदा कमा रहे हैं।
(Disclaimer: देश में सट्टाबाजी गैरकानूनी है। इसमें जीत हार की गारंटी नहीं है। सट्टा किंग मे पैसे लगाना जोखिमों के अधीन है। ऐसे में किसी भी प्रकार के सट्टा या जुआ में रकम लगाने से पहले अपने विवेक का इस्तेमाल करें। हरिभूमि डिजिटल किसी भी प्रकार के सट्टेबाजी या हार जीत के दावों को प्रमोट नहीं करता है।)