Gogi Gang Member Amit Lakra Murder Case: दिल्ली में अपराधी गैंगों के खिलाफ पुलिस की ऑपरेशन कवच की कार्रवाई तेज हो गई है। एक के बाद एक गोगी और ताजपुरिया जैसे बड़े गैंगों के सदस्यों की गिरफ्तारी यह दिखाती है कि अपराध पर काबू पाने के लिए सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सक्रिय हैं। असल में गोगी गैंग के सदस्य अमित लाखड़ा की 9 नवंबर को मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शनिवार सुबह 20 साल के तुषार उर्फ काली को सोनीपत के कुंडली इलाके से गिरफ्तार किया।  

चोरी की बाइक के जरिए लगा सुराग

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, तुषार और उसके साथी निहाल ने 7 नवंबर को रानी बाग से एक काली पल्सर बाइक चुराई थी। उसी बाइक का इस्तेमाल लाखड़ा की हत्या के लिए किया गया। सूचना मिली थी कि यह बाइक कुंडली के रसाई ढाबे के पास छिपाई गई है। एक गुप्त जानकारी के आधार पर पुलिस ने 16 नवंबर को सुबह 5 बजे तुषार को बाइक लेने के लिए आते समय गिरफ्तार किया।  

पुलिस टीम ने बिछाया था जाल

क्राइम ब्रांच की टीम, जिसमें एसीपी उमेश बार्थवाल और इंस्पेक्टर राकेश शर्मा शामिल थे, ने ढाबे के पास जाल बिछाया था। तुषार ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश भी की, लेकिन उसे काबू कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक, तुषार पानीपत के जौरासी खास गांव का रहने वाला है। वह बचपन से निहाल को जानता था और निहाल के जरिए बंबीहा गैंग से जुड़ गया। इसके बाद वह ताजपुरिया गैंग के लिए काम करने लगा, जो दिल्ली में बंबीहा गैंग का सहयोगी है।  

गोगी और ताजपुरिया गैंग की दुश्मनी

गोगी और ताजपुरिया गैंग के बीच दुश्मनी 2010 से चली आ रही है। दोनों पहले करीबी सहयोगी थे, लेकिन छात्र संघ चुनाव के दौरान उनका मतभेद शुरू हुआ। इस रंजिश में अब तक 25 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, साल 2020 में रोहिणी कोर्ट के अंदर गोगी की हत्या हुई थी, जिसका आरोप ताजपुरिया पर लगा था। इस साल अगस्त में ताजपुरिया की तिहाड़ जेल में हत्या कर दी गई थी, जिसे गोगी गैंग के सदस्यों ने अंजाम दिया था।

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