Shilpa Pandey Murder Case: लिव इन तक तो ठीक था लेकिन हमेशा साथ नहीं रह सकता था, इसलिए गला घोंटकर मार डाला!

Shilpa Pandey Murder Case Man murders cousin sets body on fire before dumping in Ghazipur
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Shilpa Pandey Murder Case
दिल्ली के गाजीपुर इलाके में युवती की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने युवती के कजिन और लिव इन पार्टनर को अरेस्ट कर लिया है। आरोपी ने खुलासा किया है कि शिल्पा उस पर हमेशा साथ रहने का दबाव बना रही थी और शादी करना चाहती थी।

Shilpa Pandey Murder Case: दिल्ली के गाजीपुर इलाके में हुई युवती की सनसनीखेज हत्या के मामले को पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में महिला के लिव इन पार्टनर अमित तिवारी और आरोपी के दोस्त अनुज को अरेस्ट किया है। अमित ने शिल्पा पांडे ऊर्फ रानी की गला दबाकर हत्या की थी और अनुज ने लाश ठिकाने लगाने के लिए उसकी मदद की थी। जिसके बाद दोनों अब पुलिस की गिरफ्ट में है।

जानकारी के मुताबिक, डीसीपी ईस्ट अभिषेक धानिया ने बताया कि रविवार (26 जनवरी) तड़के करीब 4:10 बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि यूपी के खोड़ा और गाजीपुर (बॉर्डर) के पास एक संदिग्ध बैग में जली लाश पड़ी है। सूचना मिलते ही गाजीपुर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई। पुलिस को जांच में बैग के अंदर एक महिला का शव मिला। जिसके बाद क्राइम टीम और एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाया गया। काफी छानबीन के बाद महिला की पहचान शिल्पा (23) के रूप में हुई। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की खंगाली तो एक संदिग्ध कार की पहचान की गई। जिससे पुलिस कुछ ही घंटों में आरोपियों तक पहुंच गई और उन्हें खोड़ा जाकर अरेस्ट कर लिया।

चार टीमों का किया गठन और फिर ऐसे आरोपी तक पहुंची पुलिस

डीसीपी ईस्ट ने बताया कि पुलिस ने चार विशेष टीमें बनाईं और उन्हें सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की गई। पुलिस को एक सदिग्ध कार दिखाई दी। इसके बाद स्वचालित नंबर प्लेट पहचान (एएनपीआर) जैसे उपकरणों का इस्तेमाल किया और तकनीकी और मैनुअल डेटा का विश्लेषण किया। इस दौरान पता चला कि महिला के शव को लगभग 1.30 से 2 बजे के आसपास जलाया गया था। हमारी टीमों ने उस दौरान उस क्षेत्र से गुजरने वाली कारों की संख्या कम की और प्रत्येक कार की जांच की। एक कार हमारी टीम को लोनी में रहने वाले एक व्यक्ति के पास ले गई, जिसने कहा कि उसने अपनी कार अमित नाम के एक व्यक्ति को बेच दी है। इस सुराग से पुलिस अमित तिवारी और अनुज कुमार तक पहुंची गई, जो 22 साल के थे और गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी के निवासी थे। पुलिस के मुताबिक, सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई कार उस इलाके में मिली जहां तिवारी रहता है।

बॉर्डर पार करने के लिए आरोपियों ने दो बार की रैकी

पुलिस के मुताबिक, अमित ने जब शिल्पा की हत्या कर दी तो वह घबरा गया और उस समझ नहीं आया कि अब वह क्या करें। इसके बाद उसने तुरंत अनुज का कॉल करके यह बात बताई। इसके बाद दोनों ने मिलकर लाश को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। गणतंत्र दिवस की तैयारी के चलते बॉर्डर पर पुलिस का कड़ा पहरा था। जिसके चलते आरोपियों ने दो बार बॉर्डर पर जाकर रैकी की। दोनों बार पुलिस ने उनकी गाड़ी की तलाशी ली। जिससे उन्हें यह समझ आ गया कि वह पुलिस के कड़े पहरे के बीच बॉर्डर क्रॉस नहीं कर पाएंगे। इसके बाद सूट केस में बंद लाश पर पराली डालकर आग लगा दी और वहां से फरार हो गए।

एक साल से लिव इन रह रहे थे दोनों

पुलिस का कहना है कि शिल्पा अमित की चचेरी बहन थी और वो दोनों पिछले एक साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। अमित ने पुलिस को बताया कि शिल्पा नवंबर में सूरत में अपने घर से भाग गई थी और उसके साथ रह रही थी। दोनों के अवैध संबंध थे और कथित तौर पर शिल्पा अपने प्रार्टनर और कजिन अमित पर शादी करने का दबाव बनाने लगी थी। अमित ने पूछताछ में बताया कि वह परिवार को छोड़कर उस पर हमेशा के लिए साथ रहने का दबाव बना रही थी। ऐसा ना करने पर वह उसे और उसके परिवार फंसाने की धमकी दे रही थी। जिससे तंग आकर उसने इस वारदात को अंजाम दिया।

नशे की हालत में था अमित तिवारी

खबरों के मानें, तो जिस दिन अमित तिवारी ने शिल्पा की हत्या की उस दिन वह नशे की हालत में थे। पुलिस सूत्रों क कहना है कि अमित तिवारी ने शिल्पा का गला घोंटने से पहले उसे कोहनी मारकर बेहोश किया और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने शव को ठिकाने लगाने में मदद के लिए अनुज कुमार को बुलाया। कथित तौर पर दोनों ने शनिवार रात 9 बजे से 12 बजे तक शिल्पा के शव को ठिकाने लगाने के लिए जगह की तलाश की।

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