Delhi Slum Redevelopment: पूर्वी दिल्ली की इन तीन झुग्गी कलस्टरों को डीडीए की ओर से पुनर्विकसित किया जाएगा। इन जेजे क्लस्टर में कलंदर कॉलोनी, दीपक कॉलोनी और दिलशाद विहार कॉलोनी शामिल हैं। इनमें लगभग चार हजार घर हैं। उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने शुक्रवार को डीडीए के उपाध्यक्ष के साथ हुई बैठक में इस पर फैसला लिया है। बता दें कि दिल्ली के उपराज्यपाल ने उत्तर पूर्वी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली की झुग्गी बस्तियों का दौरा किया था। जहां उन्होंने पाया कि इन बस्तियों के लोग नागरिक सुविधाओं से वंचित है और गंदगी में रहने के लिए मजबूर है।
यमुना क्षेत्र में पहली पुनर्वास योजना
झुग्गियों का दौरे करने के बाद एलजी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर यहां की तस्वीरों के साथ स्थिति को साझा किया था। इसी क्रम में उन्होंने डीडीए के अधिकारियों संग बैठक की। बैठक में तीन झुग्गी क्लस्टर में पुनर्वास का काम भारत सरकार की इन-सीटू योजना यानी जहां झुग्गी, वहां मकान के तहत करने का निर्णय लिया गया। यह पूरे ट्रांस यमुना क्षेत्र में पहली पुनर्वास योजना होगी।
दिल्ली सरकार ने एलजी पर साधा निशाना
दिल्ली सरकार ने झुग्गियां तोड़े जाने को लेकर एलजी पर निशाना साधा है। सरकार का कहना कि जब से वीके सक्सेना दिल्ली के एलजी बने हैं, कई झुग्गियों को ध्वस्त किया जा चुका है। बीते डेढ़ साल में तीन लाख से ज्यादा गरीब लोग बेघर हो गए हैं। अब जब लोकसभा चुनाव होने हैं, तो एलजी अपनी छवि को सुधारने के लिए कई तरह की कोशिश में जुटे हुए हैं।
चांदनी चौक से हटाए अवैध झुग्गियां
वहीं, दिल्ली के चांदनी चौक और उससे सटे इलाकों में अवैध कब्जे की वजह से लोगों का चलना मुश्किल है। उपराज्यपाल से मांग की है कि वो क्षेत्र की समस्या को लेकर नगर निगम को सख्त निर्देश दें, जिससे यहां के लोग राहत की सांस ले सके।