Sunehari Bagh Masjid: दिल्ली की ऐतिहासिक 150 साल पुरानी सुनहरी बाग की मस्जिद (Sunhari bagh Mosque) को लेकर लगातार विवाद जारी है। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) जहां इस मस्जिद को हटाने की तैयारी कर रही है। वहीं मुस्लिम संगठन इसे साजिश बताकर NDMC का विरोध करते हुए नजर रहे हैं। हाल ही में एनडीएमसी ने लोगों से मस्जिद को हटाने को लेकर सुझाव मांगे थे, कहा जा रहा है कि अभी तक 300 सुझाव मस्जिद के न हटाने के पक्ष में है। यह सुझाव लोग एक जनवरी शाम पांच बजे तक NDMC की आधिकारिक ईमेल आईडी के जरिए दे सकते हैं। अब यह मामला मुंबई तक पहुंच गया है।
दरअसल, यह मस्जिद उद्योग भवन के गोलचक्कर के पास बनी है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने NDMC से रिक्वेस्ट आई थी कि इस मस्जिद की वजह से यहां बहुत ज्यादा ट्रैफिक लगता है। जिसके बाद एनडीएमसी ने इस मस्जिद के कुछ हिस्सों को हटाने का फैसला लिया। ताकि, यहां यातायात सुचारू रूप से चल सके। वहीं मुस्लिम संगठनों का कहना है कि 150 साल से यह मस्जिद यहां बनी हुई है और इससे कोई यातायात प्रभावित नहीं हो रहा है। दिल्ली वक्फ बोर्ड पहले ही इस मामले को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट जा चुका है। अब सुनहरी मस्जिद को हटाने का मामला मुंबई तक पहुंच गया है। रजा एकेडमी को भी दिल्ली वक्फ बोर्ड का सपोर्ट मिल गया है। रजा एकेडमी के प्रमुख ने पीएम मोदी, एनडीएमसी और दिल्ली के सीएम को संबोधित करते हुए कहा कि देश के ऐतिहासिक स्थलों को नष्ट नहीं किया जाना चाहिए। बल्कि, उन्हें संरक्षित किया जाना चाहिए। ट्रैफिक या यातायात के बहाने ऐतिहासिक स्थिति वाले स्थानों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। इस मस्जिद को लेकर मुंबई में भी एक बैठक हुई है।
मुस्लिम उलेमाओं ने सरकार पर साधा निशाना
खबरों की मानें, तो रजा एकेडमी के अध्यक्ष अल्हाज मुहम्मद सईद नूरी ने मुंबई उज्मा के मुख्यालय में उलमा की बैठक बुलाई। इसमें सभी उलेमाओं ने सुनहरी मस्जिद को लेकर चिंता व्यक्त की। मुस्लिम संगठनों का आरोप है कि सरकार ऐसे मुद्दों को उछाल कर और माहौल बनाकर अपना निजी फायदा उठाना चाहती है। सरकार चाहती है कि देश में अराजकता फैले। ताकि 2024 का चुनाव जीत सके। रजा एकेडमी के अध्यक्ष का आरोप है कि मस्जिद को हटाने के लिए साजिश रची जा रही है। भारत इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।