Swati maliwal on Atishi Fast: दिल्ली सरकार की मंत्री राजधानी में जल संकट को लेकर 'पानी सत्याग्रह' कर रही थीं, लेकिन उनकी तबियत खराब हो गई। जिसकी वजह से उन्हें अपना अनिश्चितकालीन अनशन बीच में ही खत्म करना पड़ा। इसी को लेकर राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने बड़ा बयान दिया है।
दरअसल, स्वाति मालीवाल ने अपने एक्स अकाउंट पर एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा कि महात्मा गांधी ने अनशन की पवित्र विधि को 'सत्याग्रह' का नाम दिया था। सत्याग्रह को हमेशा सच्चे और पवित्र मन से किया जाता है। उन्होंने ये भी लिखा कि उन्होंने दो बार अनशन किया। एक बार 10 दिन और एक बार 13 दिन। उनके अनशन के बाद देश में बच्चों के बलात्कारियों को फांसी की सजा हो, ऐसा कानून भी बनाया गया। उन्होंने आगे लिखा-संघर्ष की राह बहुत मुश्किल होती है। कई साल जमीन पर संघर्ष करके ही अनशन करने की शक्ति हासिल होती है। दूसरों के बारे में पूरा दिन झूठी और गंदी बातें बोलकर नहीं। आशा करती हूं कि आपका स्वास्थ्य जल्द ठीक होगा। और आप दिल्ली के लोगों के लिए काम करेंगी।
आतिशी जी, गांधी जी ने अनशन की पवित्र विधि को सत्याग्रह का नाम दिया था। सत्याग्रह जो हमेशा सच्चे और पवित्र मन से किया जाता है।
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) June 25, 2024
मैंने दो बार अनशन किया। एक बार 10 दिन और एक बार 13 दिन। मेरे अनशन के बाद देश में बच्चों के बलात्कारियों को फाँसी की सजा हो, ऐसा क़ानून भी बना।
संघर्ष…
भूख हड़ताल के पांचवें दिन बिगड़ी आतिशी की तबीयत
बता दें कि दिल्ली की जल मंत्री आतिशी को सोमवार की रात LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह दिल्ली के जल संकट को लेकर 21 जून को अनिश्चितकालीन भूख हड़तालपर बैठी थीं। जहां पांचवें दिन उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों का कहना है कि आतिशी ने पांच दिन कुछ नहीं खाया। जिसकी वजह से उनका शुगर लेवल गिर गया और शरीर में कीटोन की मात्रा बढ़ गई। इसकी वजह से उनकी तबीयत खराब हो गई।