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यह बेहद चिंताजनक है कि दिल्ली (AQI) 361 तक पहुंच गया है, जो गंभीर श्रेणी में आता है। आया नगर और आनंद विहार जैसे इलाकों में तो स्थिति और भी खराब है, जहां AQI 417 और 399 है। फिर भी सर्दी में क्यों पसीने आ रहे।

Temperature in Delhi 2024: दिल्ली में इस साल नवंबर में ज्यादा तापमान दर्ज किया जा रहा है, जिससे सर्दी की शुरुआत में देरी हो रही है और नवंबर के मौसम में पसीने आ रहे हैं। आमतौर पर नवंबर के महीने में तापमान में गिरावट आ जाती है, लेकिन इस बार हालात कुछ अलग ही मालूम होते दिखाई पड़ रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, 17 नवंबर के बाद से तापमान में गिरावट आने की संभावना है।

दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी

नवंबर का आधा महीना गुजर जाने के बावजूद दिल्ली में दिन और रात दोनों समय तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। इस महीने के दूसरे सप्ताह में भी अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बना हुआ है, वहीं रात का न्यूनतम तापमान 16 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। पिछले सालों में यह तापमान 10 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता था, जो इस बार गैरमामूली तरीके से ज्यादा है।

2011 से 2023 तक नवंबर में तापमान में आई गिरावट, लेकिन इस साल हालात अलग
 
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 2011 से 2023 तक नवंबर में ज्यादातकर तापमान 25 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच और कम से कम तापमान 10 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच होता था। इस साल, हालांकि, अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं गिरा है और अभी तक सबसे कम 31 डिग्री सेल्सियस ही दर्ज हुआ है। वहीं, आज दिल्ली में तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस ही रहने का अनुमान है।

पिछले साल 11 नवंबर को दिल्ली का तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि इस साल उसी दिन तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। 2015 और 2011 में भी इस तरह का मौसम पैटर्न देखा गया था, लेकिन उस समय रात का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था, जबकि इस बार रात का तापमान भी सामान्य से अधिक बना हुआ है। 

मौसम विभाग: ठंडक लाने वाली उत्तरी हवाओं की कमी
 
मौसम विभाग (IMD) के एक अधिकारी के अनुसार, हर साल ठंडक लाने वाली उत्तरी हवाओं और वेस्टर्न डिस्टर्बन्स की वजह से सर्दी की शुरुआत होती है, लेकिन इस साल यह हालत अब तक नहीं बन पाई है। अधिकारी ने कहा, “उत्तर की हवाओं और वेस्टर्न डिस्टर्बन्स का असर अभी पूरी तरह से नहीं हुआ है। 17 नवंबर के बाद इस पैटर्न में बदलाव की संभावना है, जिसके बाद तापमान में गिरावट आएगी।” वेस्टर्न डिस्टर्बन्स ठंडी और नम हवाओं का एक प्रोसेस है, जो पश्चिम से पूर्व की ओर बढ़ती है। यह हवाएं अफगानिस्तान और पाकिस्तान के ऊपर से गुजरती हुई भारत में प्रवेश करती हैं।

सर्दी लाने वाले वेस्टर्न डिस्टर्बन्स और हिमालय में बर्फबारी की कमी
 
दिल्ली में ठंडक के आगमन में वेस्टर्न डिस्टर्बन्स अहम भूमिका निभाते हैं, क्योंकि ये ठंडे मौसम प्रणाली लाकर उत्तरी भारत में बारिश और तापमान में गिरावट लाते हैं। इस बार, वेस्टर्न डिस्टर्बन्स की कमी और हिमालय में पर्याप्त बर्फबारी न होने की वजह से ठंड में देरी हुई है।

तापमान में गिरावट, स्मॉग और कोहरे की संभावना
  
हाल के दिनों में दिल्ली का अधिकतम और न्यूनतम तापमान 30-32 डिग्री सेल्सियस और 14-19 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है। अगले दो-तीन दिनों तक दक्षिण-पश्चिम दिशा से आने वाली हवाएं 8-10 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी। इसके बाद हवा की गति कम हो जाएगी और हवाएं रात में उत्तर-पश्चिम की ओर से चलेंगी, जिससे स्मॉग और हल्के कोहरे की संभावना भी बनी रहेगी।

रिकॉर्ड तापमान: 73 सालों में सबसे गर्म अक्टूबर

अक्टूबर 2023 को 73 सालों में सबसे गर्म अक्टूबर के तौर पर दर्ज किया गया है। अक्टूबर 2024 में अधिकतम और न्यूनतम तापमान 35 और 21 डिग्री सेल्सियस था। जबकि 1951 में यह तापमान 36.2 और 22.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इसी के साथ दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, आज सुबह 8:00 बजे शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 361 पर था, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। आया नगर स्टेशन में AQI 417 और आनंद विहार स्टेशन पर AQI 399 दर्ज किया गया है।

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