Delhi: रोहिणी साइबर पुलिस ने तीन हाईटेक ठगों को गिरफ्तार किया है। लोन सेटलमेंट के बहाने इन्होंने कई लोगों को लाखों रुपये का चूना लगाया था। इनके पास से मोबाइल फोन, चेक बुक और पासबुक समेत अन्य चीजें बरामद की गई है। आरोपियों के नाम अंकित, सुमित व अंकित शर्मा है। तीनों गाजियाबाद और नोएडा के रहने वाले हैं।
पुलिस के अनुसार, रोहिणी सेक्टर 4 में रहने वाली अनीता ने 62 हजार ठगी की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि जेस्ट मनी से लोन लिया था। 79 हजार रुपये के लिए 3999 रुपये हर महीने 24 ईएमआई में भुगतान करना था। उनके मोबाइल पर एक व्हाट्सएप मैसेज आया, जिसमें बताया गया कि वह जेस्ट मनी लोन की ईएमआई का भुगतान करने में विफल रही हैं। इस कारण टीम उनके घर आएगी। महिला ने किसी को घर भेजने के लिए मना कर दिया और ऑनलाइन पेमेंट देने की बात कही।
लोन सेटलमेंट के नाम पर ठगी
इसके बाद जालसाज ने उसे 62 हजार रुपये देने के लिए कहा। पीड़िता ने बताए गए बैंक खाते में दो बार में रकम ट्रांसफर कर दी। इसके बाद भी उसे सेटलमेंट की कॉपी नहीं दी गई। संदेह होने पर महिला ने जेस्ट मनी की हेल्प लाइन पर बात की, जहां उसे बताया गया कि उन्हें लोन से जुड़ी कोई पेमेंट नहीं मिली है और ना ही उन्हें इस तरह का कोई मैसेज भेजा गया। खुद के साथ ठगी का अहसास होने पर महिला ने मामले की शिकायत पुलिस में की।
इस बाबत रोहिणी साइबर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया। जांच के दौरान पुलिस ने गाजियाबाद निवासी सुमित को पकड़ा। ठगी की रकम इसी के अकाउंट से ट्रांसफर हुई थी। इसके बाद पुलिस ने सुमित के दोनों सहयोगियों को भी अरेस्ट कर लिया। अभी तक पुलिस को चार पीड़ितों के बारे में जानकारी मिली है। आरोपी अंकित शर्मा एक कॉल सेंटर में काम करता था, जिस वजह से उसके पास ग्राहकों के बारे में जानकारी थी। वह उनसे वाट्सएप पर चैट कर उन्हें लोन के एकमुश्त निपटान का विकल्प देता था।