Delhi Metro New Corridor: राजधानी दिल्ली में मेट्रो के चौथे चरण की परियोजना के दो नए कॉरिडोर बनाने को लेकर केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 14 मार्च 2024 को मंजूरी दी थी। इनमें लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर शामिल हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल के इस फैसले के बाद राजधानी दिल्ली में मेट्रो कनेक्टिविटी में इजाफा होगा। इसके साथ ही राजधानी के लोग जरूरत के हिसाब से दोनों कॉरिडोर का लाभ सफर को बेहतर बनाने के लिए उठा पाएंगे।
दिल्ली के लोगों को अब बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी
डीएमआरसी के अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली के लोगों को अब पहले से ज्यादा बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी और मेट्रो में लगातार बढ़ती भीड़ का समाधान होगा। इन दोनों कॉरिडोर की कुल परियोजना लागत 8,399 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस नए मेट्रो कॉरिडोर के लिए केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एजेंसियों से ली जाएगी। इस नए कॉरिडोर का काम मार्च 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है।
आठ नए इंटरचेंज स्टेशन बनेंगे
बता दें कि इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ और लाजपत नगर-साकेत जी-ब्लॉक कॉरिडोर पर आठ नए इंटरचेंज स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें नई दिल्ली, नबी करीम, लाजपत नगर, इंद्रप्रस्थ, चिराग दिल्ली और साकेत जी-ब्लॉक स्टेशन शामिल होंगे। इन आठ इंटरचेंज स्टेशन बनने से दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की सभी परिचालन लाइनों के बीच इंटर-कनेक्टिविटी में सुधार हो जाएगा।
दोनों नए कॉरिडोर पर बनेंगे 18 स्टेशन
लाजपत नगर-साकेत-जी ब्लॉक कॉरिडोर पूरी तरह से एलिवेटेड होगा और इसमें आठ स्टेशन बनेंगे। इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में 11.349 किलोमीटर की अंडरग्राउंड लाइनें और 10 स्टेशनों के साथ 1.028 किमी की एलिवेटेड लाइनें होंगी। बता दें कि इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ लाइन हरियाणा के बहादुरगढ़ के क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगी। यहां रहने वाले यात्री सीधे इंद्रप्रस्थ के साथ-साथ मध्य और पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंच पाएंगे। साथ ही, ग्रीन लाइन पर यात्रा करने की सुविधा भी उपलब्ध होगी।