Delhi Road Accident: दिल्ली में सड़क हादसे ने एक बार फिर 52 साल की महिला और उनके बच्चे की जान ले ली है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक वैन की चपेट में आने से 52 साल की एक महिला और उसके बेटे की मौत हो गई और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों की पहचान आशा महाजन और 26 साल के उनके बेटे कनिक महाजन के तौर पर हुई है। दोनों बुराड़ी के तोमर कॉलोनी के रहने वाले हैं।
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया
डीसीपी मनोज मीणा ने कहा कि आरोपी ड्राइवर राजू को हिरासत में लिया गया है। वह हरियाणा के दीपालपुर में रहता है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के पीछे के कारण पर उसने दावा किया है कि उसे मिर्गी का दौरा पड़ा था जिसके कारण वह बेहोश हो गया था। अधिकारी उसके दावे की मेडिकल जांच कर रहे हैं। शुरुआती मेडिकल जांच में पुष्टि हुई कि आरोपी ड्राईवर नशे में नहीं था।
डीसीपी मनोज मीणा ने कहा कि राजू कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर जहांगीरपुरी मेट्रो स्टेशन और हरियाणा के बहालगढ़ के बीच वैन चलाता है। 1 जनवरी को ज्यादा ट्रैफिक होने की वजह से वो अलीपुर में खाटू श्याम मंदिर के पास अपने सामान्य रूट से भटक गया। अधिकारी ने आगे कहा कि उसके वैन की टक्कर बाइक से हुई थी। इसपर आशा महाजन और उनके बेटे सवार थे। यह टक्कर बुराड़ी रोड पर एक पेट्रोल पंप के नजदीक हुई थी। इसकी वजह से दोनों को गंभीर चोट आई थी। वैन रुकने से पहले दो और वाहनों से टकरा गई।
सड़क हादसों में हर साल इतने लोगों की होती है मौत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हर साल सड़क हादसों में 1200 से 1500 लोगों की मौत हो जाती है। इनमें सबसे ज्यादा पैदल यात्री की मौत होती है। दूसरे नंबर पर दोपहिया वाहन चालक शामिल हैं। सड़क हादसों में मारे गए लोगों में सबसे ज्यादा 40 साल से ज्यादा उम्र के लोग हैं। एक महत्वपूर्ण जानकारी यह भी है कि पीड़ितों (मृत्यु और चोटों) में दोपहिया वाहन की हिस्सेदारी धीरे-धीरे बढ़ रही है। हर साल सड़क दुर्घटना में पुरुषों की ज्यादा मौत होती है।