Delhi Crime: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पैरोल पर छूटकर तेलंगाना में चार किलो सोना लूट के मामले में शामिल एक बदमाश को अरेस्ट किया है। आरोपी दिल्ली के बिंदापुर इलाके में एक मर्डर केस में भी वांटेड था। गिरफ्त में आए बदमाश का नाम सुमित डागर बताया गया है।
कोरोना में जेल से पैरोल पर आया था बाहर
डीसीपी अमित गोयल के अनुसार, आरोपी पर 2019 में बिंदापुर थाने में हत्या, हत्या की कोशिश और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। इसने अपने साथियों के साथ मिलकर इमरान नामक शख्स की गोली मारकर हत्या की थी। कोरोना काल में वह जेल से पैरोल पर बाहर आया, लेकिन सरेंडर नहीं किया।
एक दिसंबर, 2022 को आरोपी ने अपने सहयोगियों के साथ हैदराबाद स्थित महादेव ज्वेलर्स के कर्मचारियों पर फायरिंग कर दी थी। इस घटना में एक जौहरी एस. कल्याण चौधरी के सीने में गोली लगी थी और दूसरे आभूषण व्यवसायी सुखदेव को बाएं गाल, बाएं हाथ और बाएं पैर पर गोली लगी थी। इसके बाद आरोपी करीब चार किलो सोना और नगदी भरा बैग लूटकर फरार हो गए थे।
छापा मारकर आरोपी को पकड़ा
इस मामले में आरोपी आज तक पुलिस के हाथ नहीं आया था। हाल ही में एसीपी नरेश कुमार की टीम को इसके बारे में इनपूट मिला कि वह रोहिणी एरिया में छिपा है। टीम ने करीब एक सप्ताह तक आरोपी के बारे में जानकारी जुटाई और फिर रोहिणी सेक्टर 34 स्थित एक फ्लैट पर छापा मारकर आरोपी को पकड़ लिया। शुरू में आरोपी ने दरवाजा नहीं खोला और विरोध करने की कोशिश की।
इसके बाद पुलिस ने लोहे के दरवाजे को तोड़ आरोपी को दबोचने में कामयाबी हासिल की। आरोपी 12वीं तक पढ़ा है। शुरू में एक कॉल सेंटर में नौकरी की। इसके बाद उसने कैटरिंग का भी काम किया। आरोपी के खिलाफ नारायणा और बाबा हरिदास नगर थाने में भी आर्म्स एक्ट के तहत दो केस दर्ज मिले हैं। जेल से पैरोल पर छूटने के बाद वह तेलंगाना चला गया और वहां अपने जानकारों की मदद से वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद वह दिल्ली आकर ठिकाने बदल बदलकर परिवार के साथ रह रहा था। वर्तमान में आरोपी खाने का ठेला लगाकर परिवार का भरण पोषण कर रहा था। इसके आधा दर्जन मामलों में लिप्त होने का पता चला है।