Majnu Ka Tila: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक ऐसा टीला है, जो अपने नाम के कारण लोगों के बीच काफी फेमस है। यह सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि देश-दुनिया की प्रसिद्ध जगहों में से एक माना जाता है। वैसे इस टीले का इतिहास बेहद रोचक है। दिल्ली विश्वविद्यालय के पास होने की वजह से यहां कॉलेज के कई छात्र और पर्यटकों के घूमने के लिए लोकप्रिय जगह है। यहां पर कपड़े, एक मठ और कई तिब्बती रेस्तरां हैं। 

मजनू का टीला का इतिहास 

ऐसा कहा जाता है कि मजनू का टीला का इतिहास 19वीं शताब्दी से ही नहीं बल्कि इससे भी पुराना है। इस जगह का इतिहास 15वीं शताब्दी से जुड़ा हुआ है। वैसे इस स्थान का इतिहास सिकंदर लोदी के शासन और सिख धर्म के गुरु से भी जुड़ा हुआ है। वहीं, कई लोगों का कहना है कि इस टीले का संबंध ऐतिहासिक प्रेमी जोड़े लैला-मजनू से जुड़ा हुआ है। 

मजनू का टीला नाम कैसे पड़ा 

मजनू का टीला नाम पड़ने के पीछे एक रोचक कहानी बताई जाती है। ऐसा कहा जाता है कि इस प्रसिद्ध जगह का नाम सूफी से मिला है। ऐसा भी बताया जाता है कि गुरु नानक सिकंदर लोदी के काल में आए थे, जहां वह एक सूफी फकीर से मिले जो ईरान का रहने वाला था। सूफी होने की वजह से लोग उसे मजनू कहकर बुलाने लगे थे। इसके बाद वो फकीर यमुना के पास में मौजूद एक टीले पर रहा करता था। इसलिए इस जगह को मजनू का टीला कहा जाने लगा था। 

मजनू का टीला की खासियत 

इसके अलावा यहां पर कपड़े, सामान और घर की सजावट के लिए शानदार शॉप है। वीकेंड में काफी लोग घूमने-फिरने के लिए जाते हैं। यहां पर आने वाले लोग चाइनीज फूड का लुत्फ जरूर उठा सकते हैं और युवाओं के मजनू का टीला में आने की सबसे खास वजह यही है। यहां स्थित मोनेस्ट्री की खूबसूरती आपको काफी पसंद आएगी।