23 Jul 2024
चावल-मोठ-कचौड़ी कई लोगों का पसंदीदा स्ट्रीट फूड है। मुल्तान (अब पाकिस्तान) से आजादी के वक्त आए पंजाबियों ने दिल्लीवालों को सबसे पहले इसका स्वाद चखाया था।
मोठ दाल पर उबले चावल, नमक, लाल मिर्च, अमचूर आदि छिड़ककर, मसालेदार प्याज की टॉपिंग कर, कचौड़ी संग पेश करते हैं।
धौला-कुआं रिंग रोड पर मुल्तानी- मोठ-कचौड़ी की कई दुकानें मिल जाएंगी। अगर यहां से कभी भी गुजरना हो तो यहां की मोठ किचौड़ी अवश्य ट्राई करना।
पूर्वी दिल्ली में गांधी नगर मुल्तानी चावल-मोठ-कचौड़ी के लिए बेहद प्रसिद्ध है। इसका नजदीकी मेट्रो स्टेशन शास्त्री पार्क है।
मोती नगर की मेन मार्केट में 'स्पेशल मुल्तानी मोठ कचौड़ी' की कई दुकानें हैं। यहां पर एक शॉप ऐसी है, जो कि 1955 से लोगों को मोठ कचौड़ी परोस रही है। नजदीकी मेट्रो स्टेशन मोती नगर है।
मोठ कचौड़ी वाला बर्फखाना से घंटाघर जाती सड़क के पास घर जैसी दुकान में है। यह 1978 से चावल-मोठ-कचौड़ी खिला रहे हैं। नजदीकी मेट्रो स्टेशन पुल बंगश है।
पहाड़गंज में 'मुल्तान मोठ भंडार' 1950 से दिल्लीवालों को चावल-मोठ-कचौड़ी का स्वाद परोस रहे हैं। यहां की अन्य कचौड़ी खाने के लिए भी लोगों की भारी भीड़ जुटती है।