15 May 2024
महाभारत के काल में दिल्ली को इंद्रप्रस्थ कहा जाता था। मान्यता है कि पांडवों ने भगवान कृष्ण और इंद्र के सहयोग से इंद्रप्रस्थ नाम का नगर बसाया था।
अधिकांश इतिहासकारों का मानना है कि लगभग 50 ईसा पूर्व में मौर्य राजा ढिल्लू ने इस शहर की स्थापना की थी। उन्हीं के नाम पर इस शहर का नाम दिल्ली रखा गया।
दिल्ली पर कई शासकों ने राज किया। लगभग 736 ईस्वी में दिल्ली पर तोमर राजवंश का शासन हुआ करता था।
बाद में कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली में गुलाम राजवंश की स्थापना की।
1857 की क्रांति के बाद अंग्रेजों ने दिल्ली पर कब्जा कर लिया। आजादी के बाद दिल्ली को स्वतंत्र भारत की राजधानी घोषित किया गया।
इतिहासकारों की मानें तो 12 दिसंबर 1911 को दिल्ली राजधानी बनाने की घोषणा की गई। औपचारिक रूप से 13 फरवरी 1931 को राजधानी बनाया गया।