Prime Minister Narendra Modi Surat Diamond Bourse inaugurating Updates: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को गुजरात पहुंचे। यहां सूरत में उन्होंने सूरत डायमंड बोर्स (SDB) की बिल्डिंग का उद्घाटन किया। यह अंतरराष्ट्रीय हीरा और आभूषण कारोबार के लिए दुनिया की सबसे बड़ी बिल्डिंग है। इसे अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन से भी बड़ा बनाया गया है। इसमें 4500 से अधिक ऑफिस हैं। इससे पहले पीएम ने सूरत एयरपोर्ट के नए इंटीग्रेटेड टर्मिनल का उद्घाटन किया और रोड शो भी किया। 

7 साल में बनकर तैयार हुई बिल्डिंग
सूरत डायमंड बोर्स की बिल्डिंग को 7 साल में बनाया गया है। इसका निर्माण फरवरी 2015 में शुरू हुआ था। अप्रैल 2022 में इसका काम पूरा हुआ। इसे बनाने में 3500 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। यह कच्चे और पॉलिश किए गए हीरों के साथ-साथ आभूषणों के व्यापार के लिए एक ग्लोबल सेंटर होगा। इस बिल्डिंग को दिल्ली बेस्ट आर्किटेक्ट सोनाली, मनीष रस्तोगी और उनकी फर्म मॉर्फोजेनेसिस ने डिजाइन किया है। यह इमारत 35.54 एकड़ में फैली है। इसका बिल्ड अप एरिया 67 लाख वर्ग फीट है, जबकि पेंटागन का बिल्ड अप एरिया 65 लाख वर्ग फीट है। 


पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें

  • सरकार ने भारत की अर्थव्यवस्था के विकास को देखते हुए अगले 25 वर्षों के लिए एक योजना तैयार की है। 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हो या 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का, सरकार ने अगले 25 वर्षों के लिए लक्ष्य तय किया है और हम इस पर काम कर रहे हैं। 
     
  • सूरत डायमंड बोर्स की स्थापना मोदी की गारंटी का परिणाम है। आज सूरत दुनिया के शीर्ष 10 विकासशील शहरों में से एक है। सूरत का स्ट्रीट फूड, कौशल विकास का काम, सब कुछ अद्भुत है।
     
  • सूरत को कभी 'सन सिटी' के नाम से जाना जाता था। लेकिन आज यहां के लोगों ने अपनी कड़ी मेहनत से इसे बनाया है। यह एक डायमंड सिटी है। 
     
  • 2024 में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनने जा रही है। यह पांच राज्यों में हुए चुनाव से स्पष्ट हो गया है। हमने तीन राज्यों में सरकार बनाई। तेलंगाना में भी हमारा वोट प्रतिशत रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ा है। 

353 करोड़ की लागत से बनाया गया नया टर्मिनल
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को 353 करोड़ रुपये की लागत से बने सूरत हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। टर्मिनल भवन पीक आवर्स के दौरान 1200 घरेलू यात्रियों और 600 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को संभालने के लिए बनाया गया है। इसके अलावा इसकी सालाना पैसेंजर हैंडलिंग क्षमता 55 लाख तक बढ़ेगी