अंबाला: अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल स्थित हार्ट सेंटर (Heart Center) की लापरवाही लंबी जांच के बाद उजागर हो गई। एक फरवरी 2024 को मरीज निगम वालिया की मौत की जांच में दो चिकित्सकों की लापरवाही सामने आई। पुलिस ने अब मेडिट्रीना हार्ट सेंटर के संचालक डॉ. प्रताप और डॉ. विशाल राणा के खिलाफ मामला दर्ज किया। यह कार्रवाई मृतक के भाई विनय वालिया की शिकायत पर गैर इरादतन हत्या की धाराओं के तहत की गई है।

उपचार के लिए मौजूद नहीं था डॉक्टर

विनय वालिया ने आरोप लगाया था कि उपचार के दौरान सेंटर पर डॉक्टर मौजूद नहीं था। मरीज ने उनसे बातचीत की और उपचार सही नहीं मिलने पर पीजीआई ले जाने के लिए बोला था। अगले दिन ही मरीज की मौत हो गई। विनय वालिया ने बताया कि मेडिकल नेगलीजेंस बोर्ड की फाइनल रिपोर्ट डॉ. विशाल राणा ने खुद को एमबीबीएस एमडी कार्डियोलॉजिस्ट बताकर उसके भाई निगम वालिया को दाखिल किया था। एंज्योग्राफी (Angiography) के लिए पैसे जमा करवाए और स्टेंट डालने की बात कही थी।

जूनियर स्टाफ से करवाया इलाज

विनय वालिया ने आरोप लगाया कि मरीज का उपचार शुरू करने के बाद डॉक्टर खुद जाकर सो गया, जबकि जूनियर स्टाफ इलाज करता रहा। जांच में यह बात सामने आई कि डॉ. राणा दिल की बीमारी से जुड़े मरीज का उपचार नहीं कर सकता। शिकायतकर्ता विनय वालिया ने आरोप लगाया कि जांच कमेटी को डॉक्टरों ने मरीज निगम वालिया के झूठे ट्रीटमेंट बिल तैयार करके दिए है। जांच में कई दूसरी गंभीर खामियां भी सामने आई हैं। इसके चलते दो डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।