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हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने बांग्लादेश हिंसा की तुलना किसान आंदोलन से कर दी, जिसके बाद से किसान भड़क चुके हैं।

हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा सांसद कंगना रनौत अपने बयान को लेकर चौतरफा घिर चुकी हैं। एक तरफ कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ किसानों ने भी उनके खिलाफ आंदोलन करने की तैयारी शुरू कर दी है। पंजाब और हरियाणा के किसानों का कहना है कि अगर उन्होंने अपने बयान को लेकर माफी नहीं मांगी तो 31 अगस्त तक उनके खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा कर देंगे।

अंबाला के शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन स्थल से किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि कंगना ने किसान आंदोलन को बांग्लादेश हिंसा से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में रेप और हत्याएं हुई हैं। अगर बीजेपी उनके इस बयान को गलत मानती है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कंगना को भी अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 31 अगस्त को बड़ा आंदोलन करने जा रहे हैं। यहां आसपास के राज्यों से भी सीमाओं पर किसान पहुंचकर कंगना के बयान का विरोध करेंगे।

बीजेपी कर चुकी है कंगना के बयान से किनारा

बता दें कि कंगना रनौत के बयान से बीजेपी पहले ही किनारा कर चुकी है। बीजेपी का कहना है कि कंगना रनौत का यह बयान उनका निजी है और इस बयान का पार्टी से किसी प्रकार का लेना देना नहीं है क्योंकि वे पार्टी की तरफ से बयान देने के लिए अधिकृत नहीं है। बीजेपी के इस स्पष्टीकरण के बावजूद विपक्ष भी लगातार दबाव बना रहे हैं कि कंगना रनौत के खिलाफ उनके सख्त एक्शन होना चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी किसानों के विरोध में आग न उगल सके। उधर, कंगना रनौत को जान से मारने की धमकी मिली है, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। यहां क्लिक कर विस्तार से पढ़िये संबंधित खबर...

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