हरियाणा के चरखी दादरी में धनतेरस के दिन एक राजकीय स्कूल में हंगामा हो गया। स्कूल के बच्चों ने कार्यकारी हेडमास्टर पर जातिसूचक शब्द बोलने के आरोप लगाए। जिसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद स्कूल मैनेजमेंट कमेटी (SMC) के प्रधान ने स्कूल पर ताला जड़ दिया। वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश की। 

जानकारी के मुताबिक, यह मामला चरखी दादरी के डालावास गांव का है। यहां पढ़ने वाले छात्रों का आरोप है कि हेडमास्टर स्कूल में पढ़ाई नहीं कराता और शराब पीकर आता है। कई बार स्कूल में आकर सो जाता है। मंगलवार को स्कूल में जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद ग्रामीणों ने हेडमास्टर के साथ मारपीट करने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने आकर बीच-बचाव कराया और हेडमास्टर दलबीर सिंह को अपने साथ ले गई। वहीं स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के प्रधान मनोज कुमार ने स्कूल के गेट पर ताला लगा दिया। उनका कहना है कि हेडमास्टर को पिछले छह महीने से वह लगातार समझा रहे है, मगर इसके बाद भी वो नहीं मान रहा है। उन्होंने कहा कि वह 11 बजे स्कूल आता है और 12 बजे हाजिरी लगाकर निकल जाता है। इसके बाद शाम को स्कूल में आता है। ऐसे हेडमास्टर को स्कूल में नहीं होना चाहिए। इसका ट्रांसफर हो जाना चाहिए। 

ये है गांव वालों की मांग 
वहीं गांव वालों का कहना है कि स्कूल का हेडमास्टर बच्चों को पढ़ा नहीं पाता है। कई बार गांव के लोग उसे स्कूल आकर समझा चुके है। लेकिन, हेडमास्टर अपनी गलती मानने की बजाय जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करता है और कहता है कि इन्हें स्कूल से बाहर निकालो... मैं नहीं पढ़ाऊंगा। गांव वालों का आरोप है कि हेडमास्टर सरकारी नौकरी कर रहा है। शराब की बोतल लाकर स्कूल में ही पी लेता है और फिर ऑफिस में सो जाता है। इसलिए हमारी मांग है कि इस हेडमास्टर का ट्रांसफर होना चाहिए।