Charkhi Dadri News: चरखी दादरी में बाल श्रम के तहत दुकानों और होटलों पर छापा मारा गया। उस दौरान बचपन बचाओ आंदोलन की टीम ने दुकानों पर काम करते हुए 4 बच्चों को पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस ने चार दुकान मालिकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बाल श्रम में लिप्त बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर शाखा को सौंप दिया है।  

शुक्रवार 30 अगस्त को चरखी दादरी में दिल्ली से बचपन बचाओ आंदोलन की टीम पहुंची। टीम के कोऑर्डिनेटर पुनीत शर्मा ने पुलिस की मदद से शहर के मुख्य बाजारों व दूसरी फेमस दुकानों पर छापा मारा। टीम द्वारा महेंद्रगढ़ रोड ऑटो मार्केट, बस स्टैंड रोड, लोहारू चौक सहित कई जगहों पर कार्रवाई की गई। टीम ने शहर के बस स्टैंड रोड पर प्रमुख कपड़ा की दुकान, जूस कॉर्नर की दुकानों पर छापेमारी की गई। उस दौरान टीम ने दुकानों पर काम करते हुए चार बच्चों को पकड़ा।

इनकी उम्र 14 से 15 साल के बीच बताई जा रही है। इस मामले में शहर के पुलिस अधिकारी एएसआई कुलदीप सिंह का कहना है कि दुकानदारों के मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि पकड़े हुए बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर विभाग को सौंप दिया गया है।

पहले भी हुई है छापेमारी

चरखी दादरी से पहले भिवानी में भी टीम द्वारा दुकानों पर छापेमारी की गई। बचपन बचाओ आंदोलन के राज्य कोऑर्डिनेटर पुनीत शर्मा, श्रम विभाग के निरीक्षक रविशंकर, बाल कल्याण समिति सदस्य सतेंद्र तंवर, संरक्षण अधिकारी संदीप कुमार के साथ टीम ने शहर की कई जगहों पर छापा मारा था।

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उस दौरान टीम ने पाया कि दुकान मालिक सोमनाथ द्वारा 15 साल के बच्चे से बिना वेतन काम कराया जा रहा है। दूसरी तरफ ओमप्रकाश नाम के व्यक्ति की दुकान पर भी टीम ने 15 साल के बच्चे को काम करते हुए पकड़ा था। जिसके बाद शहर की पुलिस ने दुकान मालिकों के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट व चाइल्ड लेबर एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।