Vinesh Phogat in Charkhi Dadri: विनेश फोगाट शनिवार यानी 17 अगस्त को स्वदेश लौटीं। शनिवार सुबह करीब सवा दस बजे जब वह एयरपोर्ट पहुंचीं। जिसके बाद वह रविवार को देर रात करीब 12 बजकर 10 मिनट पर अपने परिजन के अलावा पहलवान बजरंग पूनिया, पति सोमबीर राठी के साथ चरखी दादरी जिले के अपने गांव बलाली पहुंचीं। जहां पर गांव वालों ने उनका जोरदार स्वागत किया।

विनेश को कहा खरा सोना

बलाली में विनेश फोगाट के स्वागत के लिए गांव वालों ने कार्यक्रम का भी आयोजन किया था। कार्यक्रम में शिरकत करने से पहले विनेश फोगाट बालाजी मंदिर में दर्शन करने पहुंचीं। इसके बाद वह कार्यक्रम में शामिल हुईं। कार्यक्रम में महिला, छोटे बच्चे, परिवार, खाप-पंचायत, जनप्रतिनिधि, गांव, क्षेत्र, राजनीतिक, सामाजिक संगठन आदि से जुड़े लोगों ने उन्हें सम्मानित किया। सभी ने मिलकर विनेश फोगाट का हौसला बढ़ाया और उन्हें खरा सोना बताया।

कार्यक्रम में दिया गोल्ड मेडल

कार्यक्रम में विनेश का लोगों ने फूल और नोटों की माला, मोमेंटो, नगद राशि, गोल्ड मेडल, देसी घी, शॉल भेंट कर, तलवार देकर, पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए विनेश फोगाट ने कहा  "मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानती हूं, मैंने ऐसे गांव में जन्म लिया है। आज मैं गांव का कर्ज अदा करने में अपनी भूमिका निभा पाई हूं। मैं चाहती हूं कि गांव से मेरी एक बहन निकले, जो मेरे रेसलिंग के सारे रिकॉर्ड को तोड़े।"

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मेरी बेटी मेरी लिए चैंपियन

कार्यक्रम में विनेश ने कहा कि वह अपनी रेसलिंग ज्ञान के जरिये अपने गांव की बहनों को कुश्ती के लिए तैयार करना चाहती हैं। ताकि वह कुश्ती के खेल में आगे बढ़कर देश का नाम रोशन करें। विनेश के सम्मानित किए जाने के अवसर पर उनकी मां प्रेमलता ने कहा कि मेरी बेटी मेरे लिए चैंपियन है। विनेश की मां ने उन्हें यह भी कहा पूरे देश ने उसे जो सम्मान दिया है वो एक गोल्ड मेडल से भी ज्यादा है। कार्यक्रम में शामिल लोगों ने विनेश फोगाट को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।