JC Bose University Convocation: हरियाणा के फरीदाबाद में जेसी बोस यूनिवर्सिटी में पांचवें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज बुधवार को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई। यहां पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति का स्वागत किया। बता दें कि यह दूसरी बार है जब भारत के राष्ट्रपति इस संस्थान का दौरा किया है। इससे पहले, भारत के तीसरे राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन ने 20 नवंबर, 1968 को वाईएमसीए इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग फरीदाबाद की आधारशिला रखी थी।

देश बेटियां हर क्षेत्र में आगे- राष्ट्रपति मुर्मू

इस समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आज परिश्रम के परिणाम का दिन है। हमारे लिए यह खुशी की बात है कि देश बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और भारत के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। मुझे इस बात की भी खुशी है कि जेसी बोस यूनिवर्सिटी के सफल छात्र देश के निर्माण में अपनी अपनी एक अलग भूमिका निभा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय का नाम महान वैज्ञानिक जेसी बोस के नाम पर रखा गया है जिन्होंने यह साबित किया था की पेड़-पौधों में भी जीवन होता है। आज हम भी उनके जीवन से प्रेरणा ले सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा ने देश की आत्मनिर्भरता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इसमें जेसी बस प्रौद्योगिकी जैसे विश्वविद्यालयों की भी अहम भूमिका रही है।

विद्यार्थियों को किया जाएगा सम्मानित

इस आयोजन के दौरान साल 2023 में अपनी डिग्री पूरी करने वाले 1536 विद्यार्थियों और शोधार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई। इसमें 998 ग्रेजुएट, 525 पोस्ट ग्रेजुएट और 13 पीएचडी विद्यार्थियों शामिल हुए। डिग्री प्राप्त करने वालों में 874 छात्र और 662 छात्राएं हैं।

इन मार्गों में किए गए बदलाव

वहीं, पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, इस आयोजन में वीवीआइपी ड्यूटी के लिए छह पुलिस उपायुक्त नियुक्त किए गए थे। 13 सहायक पुलिस आयुक्त सहित 1500 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही पुलिस की तीन कंपनियां रिजर्व रखी गई। आज बुधवार दोपहर 2 बजे तक भारी वाहनों का शहर के प्रमुख मार्गों पर आवाजाही बंद रही, इसके लिए जगह-जगह यातायात पुलिस की भी तैनाती की गई थी।

Also Read: भाजपा कार्यालय में गरजे सीएम सैनी, भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर कसा तंज, कहा- सत्ता में रहकर नहीं किया कोई काम

उन्होंने बताया था कि दिल्ली से पलवल, मथुरा, आगरा की तरफ जाने वाले और गुरुग्राम से फरीदाबाद होकर जाने वाले वाहन व मथुरा से दिल्ली और दिल्ली से चंडीगढ़ जाने वाले वाहन चालकों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करना होगा।