फतेहाबाद: हिमाचल प्रदेश की शिवालिक की पहाड़ियों में पिछले कई दिनों से हो रही बरसात से घग्गर में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सोमवार को गुहला चीका का जलस्तर 18480 क्यूसिक दर्ज किया गया। इसी तरह खनौरी में घग्घर का बहाव 1825 तो चांदपुरा में 1300 क्यूसिक दर्ज किया गया। गुहला चीका से चला पानी मंगलवार को चांदपुरा पहुंचेगा। उस हिसाब से मंगलवार को चांदपुरा में जलस्तर ओर बढ़ेगा। घग्घर में बढ़ते जलस्तर ने किसानों की सांसों को थाम-सा दिया है। पिछले साल आई बाढ़ के मंजर को याद कर किसानों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उधर, सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता ओपी बिश्नोई ने कहा कि बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। अगर घग्घर में पानी आता है तो इससे किसानों को फायदा होगा।

गुहला चकी हैड पर 18480 क्यूसेक पानी

बता दें कि 2 अगस्त को नदी के गुहला चीका हैड पर 1540 क्यूसेक पानी चल रहा था, जो 4 अगस्त को बढ़ कर 5390 क्यूसेक हो गया था। पीछे से पानी बढ़ने के चलते चांदपुरा साइफन हेड पर भी जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। सिंचाई विभाग की सोमवार दोपहर की रिपोर्ट में गुहला चीका का जलस्तर 18480 क्यूसेक, खनौरी में 1825 क्येसक तो चांदपुरा में 1300 क्यूसेक बहाव दर्ज किया गया। नदी में बढ़ रहे जलस्तर से किसानों के चेहरे खिले नजर आए, क्योंकि घग्घर नदी के जल से उन्हें खेतों में सिंचाई करने में आसानी होगी। पहाड़ों में अभी बारिश जारी है। ऐसे में भविष्य में आवक लगातार बढ़ सकती है। इसे लेकर भविष्य की स्थिति को मद्देनजर रखते हुए बाढ़ की आशंका को भांपते हुए किसान चिंतित है।

बाढ़ को लेकर अभी चिंता नहीं

सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता ओपी बिश्नोई का कहना है कि घग्घर में अभी जितने पानी की आवक नदी में हो रही है, उससे चिंता की जरा भी बात नहीं है। भविष्य में भी जैसे-जैसे नदी में पानी की आवक होगी, उसे विभिन्न चैनलों के जरिए प्रवाहित किया जाएगा। घग्घर नदी में पानी की आवक होने से धान उत्पादक किसानों को काफी राहत मिलेगी। ऐसे में नदी में पानी की आवक होने से किसान काफी उत्साहित हैं। प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत को लेकर सभी प्रबंध पुख्ता कर लिए गए हैं। फतेहाबाद क्षेत्र में इस बार बरसात नहीं हो रही। ऐसे में घग्घर में अगर पानी बढ़ता है तो किसानों को फायदा होगा। किसान घग्घर से पानी उठाकर अपने खेतों में लगा सकते हैं।