फतेहाबाद: प्रसिद्ध टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति की हॉट सीट पर पहुंची टोहाना निवासी सरिता सिंगला ने 12 लाख 50 हजार रुपए जीते। टोहाना की महिला के केबीसी में आने से शहर के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई और 27 नवंबर की रात को जब यह शो टेलीकॉस्ट हुआ तो शहरवासी टीवी से चिपके रहे। सरिता सिंगला कई सालों से केबीसी में जाने का सपना संजोए हुई थी। महिला अभी भी अपने पति के साथ मुंबई (Mumbai) में है। सरिता ने अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर अपनी कैंसर की बीमारी का भी जिक्र किया। सरिता के परिवार का कहना है कि रुपए जीतने से ज्यादा उनका केबीसी शो में जाकर अपने सपने को पूरा करने को लेकर खुशी है।

12वें राउंड के बाद खेल से हटी सरिता

बता दें कि टोहाना निवासी शिव कुमार सिंगला की धर्मपत्नी सरिता सिंगला ने 12 नवंबर को हुए कौन बनेगा करोड़पति शो के 12वें राउंड तक पहुंचकर 12.50 लाख रुपए की राशि जीती। 13वां राउंड 25 लाख रुपए के लिए था, लेकिन यहां पहुंचकर उन्होंने खेल को क्विट कर दिया। इससे आगे 50 लाख और फिर एक करोड़ के ही प्रश्न बाकी रह गए थे। शो होस्ट कर रहे अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को सरिता सिंगला ने बताया कि वे 1996 से कैंसर की बीमारी से जूझ रही हैं। कुछ वर्ष इलाज करवाकर वह ठीक हुई, लेकिन 2020 में फिर कैंसर वापस आ गया, लेकिन वे हिम्मत नहीं हारीं और अभी भी इससे जूझ रही हैं।

वर्ष 2000 से केबीसी के लिए प्रयासरत की सरिता

टोहाना में सरिता के पुत्र अमित सिंगला ने बताया कि उनकी मां सरिता वर्ष 2000 में केबीसी के शुरू होने के समय से ही इस शो में हिस्सा लेने के लिए लगातार प्रयासरत रही है। 1996 में कैंसर (cancer) का पता लगने के बाद से मुंबई के टाटा कैंसर अस्पताल से उनका इलाज चल रहा है और उनके माता-पिता हर साल दो-तीन दफा वहां जाते रहे हैं। कैंसर से वे उबर गई थी, लेकिन 2020 में फिर से इसके लक्षण सामने आने पर ट्रीटमेंट शुरू किया। इसी सिलसिले में उनकी मां और पिता को मुंबई जाना था। उन्होंने केबीसी के लिए जुलाई महीने में फोन लाइन खुलने पर ऑडिशन दिया तो वे सिलेक्ट हो गई। 12 नंबवर को शो का शूट हुआ, जिसमें उनकी माता ने 12.50 लाख रुपए जीते।

पहले भी दे चुकी कई ऑडिशन

अमित सिंगला ने बताया कि इस शो का प्रसारण 27 नवंबर की रात को हुआ है, जिसका पता चलने पर पूरे टोहाना में खुशी की लहर है। उनकी मां 2014 में चंडीगढ़ में भी ऑडिशन दे चुकी हैं, इसके बाद 2022 में अमृतसर ऑडिशन में गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। आखिरकार अब जाकर उनका सपना साकार हुआ। रुपए से ज्यादा बड़ी खुशी उनके सपने पूरे होने की है।