फतेहाबाद में बनेगी खेल नर्सरी: खिलाड़ियों को ओलिंपिक स्तर की मिलेगी ट्रेनिंग, 141 जगहों से आए आवेदन

Sports Nursery in Fatehabad: फतेहाबाद में खेल विभाग स्पोर्ट्स नर्सरियों को बढ़ाया जाएगा। इनमें खिलाड़ियों को कोचिंग दी जाएगी। जिले में इन नर्सरियों के लिए 141 आवेदन आए हैं।;

Update:2025-04-07 12:37 IST
प्रतीकात्मक तस्वीर।Sports Nursery in Fatehabad
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Sports Nursery in Fatehabad: फतेहाबाद में खेल विभाग की ओर से स्पोर्ट्स नर्सरियों की संख्या बढ़ाने को लेकर उम्मीद जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि जिले में खेल नर्सरियां बनाने के लिए 141 आवेदन आए हैं। इन आवेदनों के आधार पर खेल विभाग अपनी टीम भेजकर सुविधाओं की वेरिफिकेशन करवा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि जहां सबसे बेहतर सुविधा होगी, वहां पर खेल नर्सरी स्थापित की जाएगी।

स्पोर्ट्स नर्सरी में खिलाड़ियों को दी जाएगी कोचिंग

जानकारी  के मुताबिक, हरियाणा खेल नर्सरी स्कीम की सहायता से प्रदेश के निजी शिक्षण संस्थान, सरकारी संस्थान और खेल संस्थाओं में खेल नर्सरियां बनाई जाएंगी। इस योजना के तहत प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने पर काम किया जाएगा। खेल नर्सरियां स्थापित हो जाने के बाद जमीनी स्तर पर खिलाड़ियों को तैयार किया जा सकेगा। नर्सरी में खिलाड़ियों को कोचिंग दी जाएगी। खेल नर्सरी में ओलंपिक, कॉमनवेल्थ गेम और एशियाई खेलों के लेवल की तैयारी करवाई जाएगी। जो भी युवा नर्सरियों से खेल की कोचिंग लेंगे उन्हें स्कॉलरशिप भी दी जाएगी।

खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप भी मिलेगी

खेल विभाग योजना के तहत 8 से 14 साल के खिलाड़ियों को 1500 रुपए और 15 से 19 साल के खिलाड़ियों को 2 हजार रुपए प्रति महीना स्कॉलरशिप मिलती है। स्कॉलरशिप खिलाड़ियों को इसलिए दी जाती है ताकि खिलाड़ी अपनी डाइट का भी इंतजाम कर सके। स्कॉलरशिप लेने के लिए स्टूडेंट्स को महीने में कम से कम 22 दिनों के लिए खेल नर्सरी में खेलना जरूरी है। खेल नर्सरियों में ट्रेनिंग देने वाले कोचों को भी 25 हजार रुपए प्रति महीने मानदेय दिया जाता है।

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पिछले साल कितनी नर्सरी मंजूर की गई ?

फतेहाबाद के खेल अधिकारी ( डीएसओ) विष्णु दास कहना है कि खेल नर्सरियों के लिए 141 आवेदन आए हैं। अभी उनका वेरिफिकेशन का काम चल रहा है। खेल विभाग के निदेशालय स्तर पर ही खेल नर्सरियों का आवंटन होगा और संख्या भी तय की जाएगी। जो खिलाड़ी गांव के परिवेश से आते हैं, उन्हें खेल नर्सरी का फायदा मिलेगा। बता दें कि पिछले साल जिले में 34 खेल नर्सरी मंजूर की गई थी, जिनमें से बाद में दो बंद कर दिया गया था। 

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