फतेहाबाद: गांव रामसरा में जेबीटी अध्यापक की गोली मारकर हत्या (Murder) करने के मामले में कार्रवाई करते हुए भट्टूकलां पुलिस ने 25 हजार के इनामी बदमाश राकेश उर्फ कालु निवासी खैरमपुर जिला हिसार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया। आरोपी राकेश उर्फ कालु कुख्यात पुन्नू गैंग व भांभू गैंग से जुड़ा बताया जा रहा है। पुलिस मामले में आरोपी से पूछताछ कर रही है।

जेबीटी शिक्षक पर की थी अंधाधुंध फायरिंग

थाना भट्टूकलां प्रभारी एसआई कुलदीप सिंह ने बताया कि एक मार्च 2021 को आदमपुर के गांव दड़ौली निवासी स्टालिन ने बताया था कि उसके चाचा सुरेन्द्र का लड़का जितेन्द्र सिंह उर्फ पिकी रामसरा प्राइमरी स्कूल में जेबीटी अध्यापक (JBT Teacher) के पद पर कार्यरत था। दोपहर को स्कूल से जब वह बाहर आया तो बाइक सवार दो युवकों ने जितेन्द्र पर अंधाधुंध गोलियां चला दी। घटना में जितेन्द्र की मौके पर ही मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने आरोपी राकेश उर्फ कालु पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। मामले में अहम सुराग जुटाते हुए भट्टूकलां पुलिस ने आरोपी राकेश को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

शराब ठेके की रंजिश के चलते किया मर्डर

पुलिस पूछताछ में राकेश उर्फ कालु ने बताया कि 2019 में कत्ल के केस में हिसार जेल में बंद था तो वहां उसकी मुलाकात अनिल उर्फ मोनू निवासी ज्ञानपुरा के साथ हुई। उसने अनिल को अपने पिता की मौत का बदला लेने व शराब के ठेकेदारों से निपटने की बात की। वह अपने दादा की मौत के बाद पैरोल पर आया और वापस जेल नहीं गया। वह जगदीश के साथ मुकेश पुनिया डाबड़ी, विनोद तरड़, मोनू, बच्ची से मिला। सभी ने मिलकर रामसरा में काम करने वाले मास्टर जितेन्द्र को मारने की योजना बनाई। उन्होंने जितेन्द्र को कहा था कि वह आदमपुर सर्कल के ठेके लेकर दड़ौली के ठेके उनके लिए छोड़ दें, लेकिन जितेन्द्र नहीं माना। इसके बाद एक मार्च को जितेन्द्र की हत्या कर दी।

विदेश से पकड़ा गया था आरोपी

बताया जा रहा है कि राकेश उर्फ कालु मार्च 2023 में फर्जी पासपोर्ट बनाकर थाइलैंड चला गया। वहां से गुरुग्राम (Gurugram) एसटीएफ उसे वापस लेकर आई थी। हिसार में महेन्द्रा शोरूम पर हुई फायरिंग और रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने उसे पकड़ा था, जिसके बाद भट्टूकलां पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। आरोपी राकेश उर्फ कालु पर फतेहाबाद के अलावा आदमपुर, हिसार, भिवानी, बरवाला, गोहाना, गुरूग्राम, सिरसा, सोनीपत व भट्टूकलां में भी हत्या, धोखाधड़ी सहित अनेक केस दर्ज है।