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बेंगलुरु में खुदकुशी करने वाले इंजीनियर अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया को पुलिस ने भले ही गिरफ्तार कर लिया हो। लेकिन, वो कमरा आज भी सील है, जिसमें वह केवल एक दिन के लिए ठहरी थी।

Atul Subhash Case: बेंगलुरु में खुदकुशी करने वाले इंजीनियर अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया को दो दिन पहले ही गुरुग्राम के एक पीजी से गिरफ्तार किया गया है। खबरों की मानें, तो पीजी के केयर टेकर ने इस बात का खुलासा किया है कि वह अकेले ही कमरा देखने आई थी और केवल एक दिन ही कमरे में रूकी और अगली सुबह सामान लेने की बात कहकर पीजी से निकल गई थी और फिर खबरों से पता चला कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,गुरुग्राम सेक्टर-57 स्थित ब्लॉस्म स्टेज नाम से एक पीजी है। इसी पीजी में निकिता सिंघानिया ने 14 नवंबर को कमरा बुक किया था और 5 हजार रुपये भी एडवांस में जमा कराए थे। वह आठ दिसंबर को पीजी में रूकी थी और 9 दिसंबर को पीजी से बाकी सामान लाने की बात कहकर निकली थी। ये दावा पीजी के केयर टेकर गुड्डू ने किया है।  लेकिन, वह पीजी वापस लौटने की बजाय पुलिस के हत्थे चढ़ गई। इससे साफ है कि निकिता को लगा था वह पकड़ी नहीं जाएगी और उसके छिपने के लिए पीजी सबसे बेस्ट जगह है। हालांकि, उसकी ये प्लानिंग फेस हो गए और वो पीजी से सीधा सीधा जेल पहुंच गई। 

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निकिता की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उस कमरे को सील कर दिया है, जिसमें वह एक दिन के लिए रुकी थी। वहीं पुलिस ने पीजी संचालकों को हितायत दी है कि वह कमरे का ताला न तोड़े। जिसके बाद पीजी संचालकों ने पुलिस को ताला खुलवाने और निकिता का सामान उठाने के लिए मेल किया है। क्योंकि, उसमें एक दूसरी लड़की का सामान भी रखा हुआ है। 

निकिता ने नहीं किया सुभाष का जिक्र 

खबरों की मानें, तो निकिता ने पीजी में दस्तावेज के नाम पर केवल अपना आधार कार्ड और अपनी मां का मोबाइल नंबर दिया था। वहीं पुलिस वेरिफिकेशन वाले के जो दस्तावेज थे। उसमें भी निकिता ने अपनी मां का नंबर लिखा था और उन्होंने अतुल के नाम और मोबाइल नंबर का कही जिक्र नहीं किया था। 

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