गुरुग्राम: देश का पहला ट्रैफिक इंजीनियरिंग और संगठनात्मक विकास केंद्र गुरुग्राम से शुरु हो गया है। प्रदेश के डीजीपी शत्रुजीत कपूर (DGP Shatrujeet Kapoor) व उन्सू किम प्रबंध निदेशक हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने ट्रैफिक टावर्स में पुलिस के ट्रैफिक इंजीनियरिंग सेंटर (टीईसी) और ऑर्गेनाइजेशन डेवलपमेंट सेंटर (ओडीसी) का उद्घाटन भव्य समारोह के बीच किया। इस समारोह की अध्यक्षता पुलिस कमिश्रर गुरुग्राम विकास अरोड़ा और डीसीपी ट्रैफिक वीरेंद्र विज ने की।
यातायात प्रबंधन व सड़क सुरक्षा में आएगा बदलाव
इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजुकेशन (आईआरटीई) ने ट्रैफिक इंजीनियरिंग सेंटर (टीईसी) और ऑर्गेनाइजेशन डेवलपमेंट सेंटर (ओडीसी) की स्थापना गुरुग्राम पुलिस के लिए की है। हुंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन ने इसका समर्थन किया है। इन सुविधाओं का उद्देश्य सर्वश्रेष्ठ ट्रैफिक इंजीनियरिंग अपनाकर गुरुग्राम के यातायात प्रबंधन को सकारात्मक रूप से बदलना है। इसका उद्देश्य ट्रैफिक इंजीनियरिंग मुद्दों का निदान करने तथा पुलिस अधिकारियों, सड़क इंजीनियरों और परिवहन पेशेवरों के बीच सड़कों को व्यापक और प्रभावी ढंग से संचालित करने की क्षमता का निर्माण करना है।
यातायात प्रबंधन को बेहतर बनाएगा केंद्र
डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि सेंटर गुरुग्राम में यातायात प्रबंधन को और बेहतर करने में कारगर साबित होंगे। इससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाकर सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में कमी लाई जा सकेगी। आईआरटीई सड़क सुरक्षा के लिए सड़क इंजीनियरिंग तथा ट्रेफिक इंजीनियरिंग एक अग्रणी संस्था है। हरियाणा पुलिस (Haryana Police) इन केंद्रों के सहयोग से गुरुग्राम में सड़क इंजीनियरिंग, ट्रेफिक इंजीनियरिंग तथा ट्रैफिक मैनेजमेंट में आपसी सहयोग से सकारात्मक परिणाम आएंगे। स्थापित किए गए दोनों केन्द्र यातायात को व्यवस्थित करते हुए यातायात संचालन में अहम भूमिका अदा करेंगे।
परिवर्तनकारी केंद्रों को किया लॉन्च
आईआरटीई के अध्यक्ष डॉ. रोहित बलूजा ने कहा कि इन परिवर्तनकारी केंद्रों को लॉन्च करने पर गर्व है जो सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच एक ऐतिहासिक सहयोग का प्रतीक हैं। आईआरटीई ने इन सुविधाओं की अवधारणा, डिजाइन और विकास किया है। यह सुनिश्चित करने के लिए उनका संचालन भी करेगा कि वे यातायात प्रबंधन और संगठनात्मक विकास में एक बेंचमार्क के रूप में काम करें।