हांसी/हिसार: बास थाना क्षेत्र के गांव पुट्ठी में एक बेसहारा गर्भवती गाय के गले में रस्सी बांधकर उसे दौड़ाया गया, जिससे गौमाता की मौत हो गई। गाय को दौड़ा-दौड़ा कर मारने की सूचना मिलने पर हरियाणा गोरक्षक दल के सदस्य गांव पहुंचे और जमीन में गड्ढा खोदकर गाय को दफनाया। गोरक्षक दल के सदस्य रमेश कुमार ने बास थाना में गाय को दौड़ा दौड़ा कर उसकी हत्या करने की शिकायत दी। बास थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर तीन नामजद आरोपियों सहित दो तीन अन्य के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

गाय के गले में रस्सी डालकर दौड़ाया

पुलिस को दी शिकायत में रमेश कुमार ने बताया कि वह गांव सीसर खास का रहने वाला है और दोपहर को महम से दोस्त पुट्ठी निवासी प्रवीन के पास किसी काम से आया हुआ था। जैसे ही उन्होंने गाडी रोकी तो देखा कि गांव में बोरियो वाली गली में मंदिर के पास पांच आदमी एक गाय के गले में रस्सी डाल कर उसका पीछा कर दौड़ा रहे थे। इस दौरान भागते-भागते गाय अचानक सड़क पर गिर गई और गिरने के बाद उसकी तड़प-तड़प कर मौके पर मौत हो गई। गाय के जमीन पर गिरने के बाद वहां पर काफी गांव के लोग इकट्ठे हो गए, लेकिन इस दौरान मौका पाकर गाय को दौड़ाने वाले पांचों आरोपी मौके से फरार हो।

गौ हत्या करने वाले आरोपियों की हुई पहचान

रमेश ने बताया कि गाय को दौड़ा दौड़ा कर मारने वालों की पहचान पुट्ठी निवासी फूलकुवार, रोहतक जिले के गांव सैमण निवासी संजय व नीरज तथा दो अन्य व्यक्तियों के रूप में हुई। मरने वाली गाय गर्भ से थी और गाय के साथ ही उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई है, जिसके उपरोक्त पांचों आरोपी जिम्मेदार हैं। उसे ग्रामीणों से पता चला कि पांचों आरोपी आस-पास के गांव में घुम रही बेसहारा गर्भवती गायों को पकड़ कर अपने घर ले जाते थे ओर उसकी डिलीवरी के बाद 5-10 दिन अपने पास रखकर उसे बेच देते थे। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।