हांसी/हिसार: कारोबारी व जजपा नेता रविंद्र सैनी हत्याकांड मामले में पकड़े गए दोनों मुख्य आरोपियों की रविवार को रिमांड अवधि पूरी होने के बाद पुलिस ने दोनों को कोर्ट पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। जजपा नेता रविन्द्र सैनी हत्याकांड में संलिप्त रोहतक के गांव निदाना निवासी सुमित उर्फ मंत्री व भिवानी जिले के तोशाम उपमंडल के गांव अलखपुरा निवासी मनीष उर्फ चेयरमैन को हांसी स्पेशल स्टाफ ने 27 सितंबर को महम स्थित गोहाना चौक से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर आठ दिन के रिमांड पर लिया था।

रिमांड के दौरान बरामद किए हथियार

पुलिस ने दोनों आरोपियों से रिमांड के दौरान तीन पिस्तौल व चार जिंदा कारतूस बरामद किए। आरोपियों के पास से बरामद तीन पिस्तौल में से दो पिस्तौल का आरोपियों ने रविन्द्र सैनी हत्याकांड में प्रयोग किया था, जबकि एक पिस्तौल का वह इस्तेमाल नहीं कर पाए थे। पुलिस द्वारा इस मामले में अभी तक दो महिलाओं सहित 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हांसी जिला पुलिस मुख्यालय डीएसपी संजय कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों ने ही कारोबारी रविन्द्र सैनी की गोली मार कर हत्या की थी और इस मामले में सुमित उर्फ मंत्री व मनीष उर्फ चेयरमैन दोनों ही मुख्य आरोपी हैं।

बैंगलुरु में जाकर छुपे थे आरोपी

डीएसपी संजय कुमार ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद बेंगलुरु में जाकर छुप गए थे और वहां पर एक कमरा किराए पर लेकर रह रहे थे। 27 सितंबर को दोनों अपने परिवार वालों से मिलने के लिए आ रहे थे कि स्पेशल स्टाफ ने सूचना के आधार पर दोनों को महम से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी सुमित उर्फ मंत्री पर 1 हत्या और 1 लड़ाई झगड़े का केस दर्ज है। वही मनीष उर्फ चेयरमैन पर 1 हत्या, 3 हत्या प्रयास, 1 लूटपाट, 1 लड़ाई झगड़ा और 1 एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज है। पुलिस द्वारा इस मामले में अभी तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

तीन राज्यों में हुई छापेमारी

डीएसपी संजय कुमार ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि रविन्द्र सैनी की हत्या का षडयंत्र जेल में बंद विकास उर्फ विक्की नेहरा से मुलाकात के दौरान रचा गया था। उसके बाद बाइक सवार चार आरोपियों ने 10 जुलाई की शाम 6 बजे हिसार रोड स्थित शोरूम के बाहर रविंद्र सैनी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसके चारों आरोपी मोटरसाइकिल पर बैठ कर मौके से फरार हो गए थे। इस मामले में एसआईटी व एसटीएफ हरियाणा की चार टीम गठित की गई। आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए राजस्थान व गुजरात पुलिस की भी मदद ली गई। एसआईटी व एसटीएफ टीम ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए हरियाणा, राजस्थान व गुजरात तक छापेमारी की।

हत्याकांड में शामिल दो महिला भी गिरफ्तार

हत्या की वारदात के बाद पुलिस ने सबसे पहले हत्या की साजिश रचने वाले हिसार जेल में बंद मुख्य आरोपी विकास नेहरा को प्रोडक्शन वारंट पर लिया। विकास नेहरा से पूछताछ के बाद उसके भाई प्रवीन, राजस्थान खिवाड़ा निवासी प्रवीन, सिसाय कालीरावण निवासी रविंदर, नारनौंद के गामड़ा निवासी रमेश उर्फ योगी को गिरफ्तार किया। इसके बाद पुलिस उमरा रोड पर हुई मुठभेड़ के दौरान रोहतक के खरक जाटान निवासी योगेश उर्फ सुखा, जींद देवरड़ गांव निवासी सचिन उर्फ मंगतु, भिवानी जिले के पिंजोखरा गांव निवासी विकास उर्फ काशी को गिरफ्तार किया। मामले में  हांसी निवासी तरुणा उर्फ तन्नु व हिसार सेक्टर 9-11 निवासी ममता को भी काबू किया। साजिश में शामिल हिसार के खरकड़ा गांव निवासी मंदीप उर्फ बजरंगी व जींद के बिशनपुरा निवासी संदीप उर्फ सन्नी को भी गिरफ्तार किया।