हिसार: पहाड़ी क्षेत्रों में शुरू हो हुई बर्फबारी का असर प्रदेश के मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। सोमवार को प्रदेश में हिसार शहर सबसे ठंडा रहा। हिसार का रात्रि पारा 9.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिसार के बाद राजस्थान बार्डर के साथ लगते जिले के गांव बालसमंद का न्यूनतम पारा 9.4 डिग्री सेल्सियस रहा। उधर, दिनभर छाए स्मॉग से जनजीवन पर व्यापक असर देखने को मिल रहा है। सुबह के समय अत्याधिक स्मॉग के कारण सड़क पर वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। इतना ही नहीं, इसका असर लंबी दूरी की यात्री रेलगाड़ियों पर भी पड़ा।

300 के पास पहुंचा एक्यूआई

ठंड बढ़ने से हिसार शहर व आसपास के क्षेत्र का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में भी वृद्धि हुई है। सुबह के समय हिसार का एक्यूआई 300 के पार चला रहा, जो दोपहर में मामूली सुधार के साथ गिरकर 290 पर पहुंच गया। हालांकि एक्यूआई अभी भी मानव स्वास्थ्य के लिहाज से खराब श्रेणी में ही आता है। उधर, मौसम वैज्ञानिकों ने 21 नवंबर तक मौसम खुश्क बने रहने की संभावना जताई है। स्मॉग की स्थिति बनने का मुख्य कारण लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से हवाओं में बदलाव है। उत्तर व उत्तर पश्चिमी हवाओं से पुरवाई होने के कारण वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ गई है।

ऐसा बनता है स्मॉग

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हरियाणा राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में मंगलवार सुबह को स्मॉग की स्थिति बनी रही, जो दोपहर बाद जाकर कम हुई। स्मॉग वायु प्रदूषण की एक अवस्था है जो धूल, धुएं और धुंध या नमी की अधिकता से बनता है। इसका मुख्य कारण एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सोमवार को पहाड़ों की तरफ बढ़ा। इससे धीमी गति से पुरवाई हवाएं चलने तथा वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ने से धूल व अन्य प्रदूषक तत्व निचले वातावरण में संघनित हो गए, जिससे स्मॉग बना तथा रात्रि तापमान में भी हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

21 तक मौसम रहेगा खुश्क

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार प्रदेश में मौसम आमतौर पर 21 नवंबर तक खुश्क रहने की संभावना है। राज्य में फिर से उत्तरी व उत्तर पश्चिमी हवाएं हल्की गति से चलने की संभावना से स्मॉग की स्थिति में कमी आने तथा रात्रि तापमान में गिरावट आई है, परंतु 22 नवंबर रात्रि से एक और पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से मौसम में बदलाव की संभावना है।