हांसी: गांव ढाणी कुम्हारान में शुक्रवार को शराब ठेका खोलने को लेकर ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। काफी संख्या में महिलाओं व ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर जमकर बवाल काटा और गांव में शराब ठेका खोलने का विरोध किया। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस प्रशासन ने गांव को नशा मुक्त गांव घोषित कर रखा है। उसके बावजूद प्रशासन गांव में शराब का ठेका खुलवा रहा है और जहां पर शराब का ठेका खोला जा रहा, उसके बिल्कुल पास दो प्राइवेट तथा एक सरकारी स्कूल है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत कर मामले की जांच शुरू की।
ठेके के पास हैं तीन स्कूल
ढाणी कुम्हारान के ग्रामीणों ने बताया कि शुक्रवार को शराब ठेकेदार द्वारा गांव ढाणी कुम्हारान में आने वाले मुख्य मार्ग पर शराब का ठेका खोला गया है, जबकि शराब ठेके के पास दो प्राइवेट व एक सरकारी स्कूल है। शराब ठेका गांव की मुख्य सड़क पर है। इस कारण इस मार्ग से स्कूल की छात्राएं, छोटे-छोटे बच्चे व महिलाएं आते जाते रहते हैं। शराब के ठेके पर हर समय शराबियों व नशेड़ी लोगों का जमावड़ा लगा रहेगा और शराब ठेकों पर महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार होते हैं। वहां से गुजरने वाली महिलाओं व छात्राओं पर अश्लील फब्तियां कसी जाती हैं।
शराब की पेटियों को फेंका बाहर
ग्रामीणों ने कहा कि यह गांव के साथ-साथ गांव में स्थित तीनों स्कूलों में जाने का भी मुख्य रास्ता है। ग्राम पंचायत की ओर से पहले ही रेजुलेशन बनाकर सरकार को गांव में शराब ठेका नहीं खोलने के लिए दिया हुआ है। इस दौरान सैकड़ों महिलाओं व ग्रामीणों ने एकत्रित होकर गांव में शराब का ठेका खोलने का विरोध किया और ठेके में रखी शराब की पेटियों को उठा कर बाहर फेंक दिया। यदि सरकार ने गांव में खोले जा रहे शराब ठेके को बंद नहीं करवाया तो ग्रामीण आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा प्रत्याशी का पुरजोर विरोध करेंगे।