नारनौंद: गांव बास अकबरपुर की एक महिला के साथ उसके पति, सास व तीन अन्य लोगों ने मिलकर पति द्वारा फर्जी शादी कराने का मामला दर्ज करवाया। पत्नी ने आरोप लगाया कि उसके पति ने शादीशुदा होते हुए अपने आर्मी रिकॉर्ड में झूठी शादी का सर्टिफिकेट दिखाकर गलत तरीके से सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने का प्रयास किया। बास थाना पुलिस ने पति विजय मोन, सास सावित्री, अनिका, गवाह मीरा व विकास प्रताप सिंह के खिलाफ फर्जी शादी करने, आर्मी रिकॉर्ड में फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट देकर सरकारी सुविधा लेकर धोखाधड़ी करने मामला दर्ज किया।
पहले से शादीशुदा है फौजी
गांव बास अकबरपुर निवासी पूनम ने बताया कि उसकी शादी 27 फरवरी 2009 को विजय मोन के साथ हुई थी। शादी के बाद उसको दो बेटे कुनाल व वंश पैदा हुए। उसका पति विजय पहले फौज में नौकरी करता था और साल 2011 में फौज से रिजाइन करके घर आ गया। उसी दौरान फौज में रहते-रहते विजय ने अपना गन का लाइसेंस ऑल इंडिया का बनवा लिया और कहने लगा कि वह पीएसओ की नौकरी करेगा। विजय मोन अलग-अलग जगह पर पीएसओ की नौकरी करने लगा। उसने घर पर महीने में एक-दो बार आना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे घर पर आना कम कर दिया और घर पर खर्चा देना भी बंद करने लग गया।
पति के पर्स में देखी औरत व बच्चे की फोटो
शिकायतकर्ता के अनुसार कुछ दिन पहले जब विजय मोन घर पर आया तो उसने पति का पर्स उठा कर देखा तो पर्स में एक औरत व एक बच्चे का फोटो था। जब उस फोटो के बारे में पूछा तो विजय ने थप्पड़ मारा और कहा कि मेरी निजी जिन्दगी में घुसने की कोशिश मत करना। अगर ऐसा किया तो तुझे व बच्चों को गोली मारकर खत्म कर दूंगा। पति का यह रूप देखकर उसे शंका हुई और उसने मामले में छानबीन की तो पता चला कि उसके पति ने दूसरी शादी कर रखी है।
कैंटीन कार्ड बनवाने गई तो हुआ खुलासा
शिकायतकर्ता ने बताया कि पति की इस हरकत से परेशान होकर जांच के लिए दिल्ली मिलिट्री सैन्टर गई और कहा कि वह विजय की पत्नी है, आप उसके साथ मेरा मिलिट्री कार्ड बना दो ताकि वह भी कैन्टीन का सामान ले सके। जब दिल्ली सैन्टर के ऑफिसर ने विजय का रिकार्ड खंगाला तो उसमें अनिका नाम की औरत बतौर पत्नी दर्ज था। उन्होंने विजय के रिकार्ड से एक कागज निकालकर दिया जो मैरिज रजिस्टर्ड का था और उसमें विजय ने अनिका से शादी दिखाई हुई है। पूछने पर पता चला कि उसके नाम का दस्तावेज वापिस ले गया। वहीं, आर्मी रिकॉर्ड में अनिका का पता फर्जी निकला।
रिकॉर्ड में 29 अप्रैल 2018 को दिखाई शादी
पूनम के अनुसार विजय ने 29 अप्रैल 2018 को उनकी शादी दिखाई है और 30 सितंबर 2021 को शादी रजिस्टर्ड करवाई दिखाई गई है। इसमें दिल्ली निवासी मीरा व विकास प्रताप सिंह झूठे गवाह बने है। विजय व अनिका ने झूठे दस्तावेज पेश कर पहले शादीशुदा होते हुए दूसरी शादी दिखाने और अनिका का पता फर्जी लिखवाया गया है। दोनों ने मिलकर फर्जी कागजात तैयार कर सरकारी सुविधाओं का लाभ लिया है। इस मामले में सास सावित्री भी शामिल है। बास थाना प्रभारी पवित्र सिंह ने मामले में पूनम की शिकायत पर पति विजय, अनिका, सास सावित्री, गवाह मीरा व विकास प्रताप सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया।