Bahadurgarh Police Encounter: हरियाणा के बहादुरगढ़ में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ का मामला सामने आया है। कहा जा रहा है कि इस मुठभेड़ में दोनों तरफ से जमकर गोलियां बरसाई गई। इसके बाद पुलिस तीन बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफल रही। साथ ही इनके पास से पुलिस को 3 अवैध पिस्तौल भी बरामद हुए हैं। गिरफ्तार हुए तीनों बदमासों के पैर में गोली लगी है और उन्हें इलाज के लिए बहादुरगढ़ के ट्रामा सेंटर में भिजवाया गया है। इन बदमाशों पर दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी दीपक मांझी के अपहरण और हत्या का केस दर्ज है। वहीं एसीपी क्राइम प्रदीप नैन पुलिस की टीम के साथ मौके पर मौजूद हैं और मामले की जांच की जा रही है।
बदमाशों ने की थी फायरिंग शुरू
दरअसल, आज बुधवार सुबह लगभग 5:30 बजे बहादुरगढ़ सीआईए-2 जानकारी मिली थी कि कई बदमाश हथियारों के साथ बहादुरगढ़ से बराही रोड की ओर जा रहे हैं। इसके बाद जब पुलिस ने बराही रोड़ पर ड्रेन के तीनों को घेरा तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी उन पर गोलियां चलाई। इस दौरान तीन बदमाशों के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गए। पुलिस ने तुरंत घायल हुए बदमाशों को इलाज के लिए भेज दिया। वहीं, पकड़े गए आरोपियों की पहचान रोहद गांव निवासी सुनील, अंकित और दहकौरा गांव निवासी विकास के रूप में हुई है।
बदमाशों ने मांगी थी 5 लाख रुपये की फिरौती
बहादुरगढ़ के एसीपी का कहना है कि बदमाशों पर 10 दिन पहले दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी के अपहरण और हत्या का केस दर्ज हुआ था। उन्होंने बताया कि जिस समय यह अपहरण हुआ था दीपक मांझी किसी काम से पेपर देने के लिए सापला आया था और वहीं से चार बदमाशों ने मिलकर उनका अपहरण कर लिया था। इसके बाद दीपक के परिजनों से बदमाशों ने 5 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी थी।
घेराबंदी के दौरान दीपक की हुई थी हत्या
जब बदमाश फिरौती लेने के लिए पहुंचे तो पुलिस ने घेराबंदी करके एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन तीन आरोपी मौके से फरार होने में कामयाब हो गए थे। इसी बीच आरोपियों ने दीपक मांझी की हत्या कर रोहतक के कारोर गांव के पास से गुजर रही माइनर में हाथ पैर बांधकर फेंक दिया था। तभी से पुलिस इन बदमाशों की तलाश कर रही थी। अब पुलिस तीनों के ठीक होने पर कोर्ट में पेश करेगी और पूछताछ के लिए रिमांड पर भी लगी। पुलिस पूछताछ में बदमाशों से और भी कई वारदातों का खुलासा होने की उम्मीद है।