ईंट भट्ठे पर भ्रूण लिंग जांच : भ्रूण लिंग जांच को लेकर हो रही सख्ती का असर अब यह हो गया है कि आरोपी अस्पताल में जांच करने की बजाय ईंट भट्ठे पर मशीन लगाकर बैठ गए हैं। ऐसे ही एक मामले का झज्जर की पीएनडीटी ने खुलासा किया है। टीम ने गाजियाबाद के गांव जावली में छापा मारकर दो आरोपियों को पकड़ा है, जबकि एक फरार हो गया। दो आरोपी पहले भी इस काले धंधे में जेल जा चुके हैं और अब जमानत पर बाहर आने के बाद दोबारा इस काम में लिप्त हो गए। एजेंट ने भ्रूण लिंग जांच के 35 हजार रुपये लिए थे।
पहले गाड़ी से फिर बाइक पर ले गए भट्ठे तक
झज्जर सीएमओ ने बताया कि झज्जर पीएनडीटी टीम ने भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह की सूचना पर पूरा जाल बिछाया। एक नकली ग्राहक तैयार कर एजेंट सतिंदर से संपर्क किया। सतिंदर सोनिया हॉस्पिटल नांगलोई में काम करता था। उससे 35 हजार रुपये में सौदा किया। सौदा होने पर एक डमी ग्राहक को 35 हजार रुपये देकर उद्योग विहार भेजा गया। वहां से एजेंट नकली ग्राहक को गाड़ी में बैठाकर गाजियाबाद ले गया। इसके बाद दूसरा एजेंट नरेंद्र जावली गांव के ईंट भट्ठे पर बाइक पर लेकर गया। वहां एक कमरे में कपिल ने पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से जांच कर लड़का होना बताया।
दो आरोपी पकड़े, एक चकमा देकर फरार हुआ
झज्जर की पीएनडीटी टीम भी एजेंट का पीछा करते हुए भट्ठे पर आ गई और नरेंद्र को पकड़ लिया। वहीं, कपिल मौके से भाग गया। टीम ने दिल्ली से लेकर आए एजेंट सतिंदर को भी बाद में पकड़ लिया। भट्ठे से अल्ट्रासाउंड मशीन और आरोपी कपिल का फोन कब्जे में लिया गया है।
पहले दिल्ली में करते थे जांच, पकड़े जाने पर अब गाजियाबाद पहुंचे
एजेंट सतिंदर और कपिल को नारनौल की टीम ने 27 अप्रैल 2024 को दिल्ली के भजनपुरा से भ्रूण लिंग जांच के मामले में पकड़ा था। कपिल पर लोनी गाजियाबाद में भी पीसी पीएनडीटी एक्ट में केस दर्ज है। इन्हें पिछले मामलों में जमानत मिली हुई है। जेल से बाहर आते ही इस गिरोह ने एक बार फिर यही काला काम शुरू कर दिया।
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