Olympian Manu Bhakar: हरियाणा की बेटी और डबल ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार मिलने जा रहा है। उनके साथ ही विश्व शतरंज चैंपियन डी गुकेश, भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरालिंपियन प्रवीण कुमार को भी 'मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार' से सम्मानित किया जाएगा। 02 जनवरी 2025 को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 का ऐलान कर दिया गया है। इसमें बताया गया है कि भारत की राष्ट्रपति 17 जनवरी 2025 को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में इन खिलाड़ियों को खेल रत्न पुरस्कार देंगी।
➡️ @YASMinistry announces #NationalSportsAwards 2024
➡️ President of India to give away Awards on 17th January 2025
➡️ ‘Major Dhyan Chand Khel Ratna Award’ is given for the spectacular and most outstanding performance in the field of sports by a sportsperson over the period of… pic.twitter.com/nRY3nsleOY
— PIB India (@PIB_India) January 2, 2025
पेरिस ओलंपिक्स में जीते दो पदक
उन्होंने पेरिस ओलंपिक्स 2024 में 10 मीटर एयर पिस्टल कम्पटीशन 10 मीटर मिक्सड डबल्स सरबजोत सिंह के साथ मिलकर टीम में दो कांस्य पदक जीते। इसके बाद वो एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली इकलौती खिलाड़ी बन गईं। 2018 के ISSF वर्ल्ड कप में उन्होंने केवल 16 साल की उम्र में भारत के लिए दो स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में एयर पिस्टल कम्पटीशन में दो स्वर्ण पदक जीते। वे इस कम्पटीशन में सबसे कम उम्र में स्वर्ण जीतने वाली महिला बनीं।
ये भी पढ़ें: Khel Ratna Award 2024: मनु भाकर समेत 4 खिलाड़ियों को खेल रत्न और 32 खिलाड़ियों को मिलेगा अर्जुन पुरस्कार
कौन हैं मनु भाकर
बता दें कि मनु भाकर निशानेबाजी करती हैं। उनका जन्म 18 फरवरी 2002 को हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव में हुआ था। उनके पिता मरीन इंजीनियर और मां स्कूल की प्रिंसिपल हैं। वे बचपन में निशानेबाजी, स्केटिंग, जूडो कराटे, एथलेटिक्स और मुक्केबाजी खेला करती थीं। जब मनु की उम्र 18 साल से कम थी, तब उनके पिता ने अपनी नौकरी छोड़ दी। वे मनु को अपनी लाइसेंसी पिस्टल लेकर प्रशिक्षण के लिए छोड़ने जाने लगे क्योंकि 18 साल की कम उम्र के नाबालिगों को सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करते समय पिस्टल ले जाना गैरकानूनी है।
2012 ओलंपिक के बाद गठित किए गए राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन और भारतीय खल प्राधिकरण से मनु भाकर को काफी मदद मिली। इसके तहत जाने-माने शूटर को कोच रखा जाने लगा। मनु भाकर को जाने-माने शूटर जसपाल राणा ने कोचिंग दी।
हासिल कीं ये उपलब्धियां
- साल 2017 में मनु भाकर ने केरल में नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने नौ स्वर्ण पदक जीतकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।
- 2017 में ही मनु ने एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक जीता।
- 2018 में अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट शूटिंग वर्ल्ड कप के 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में जीत हासिल की। इस दौरान उन्होंने दो बार के चैंपियन रहे अलेजांद्रा जवाला को हराया। इस उपलब्धि से वे स्वर्ण पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय खिलाड़ी बन गईं।
- उन्होंने 2018 में ही ISSF जूनियर विश्व कप के दौरान दो स्वर्ण पदक जीते। इसके बाद 2018 में ही राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल कम्पटीशन में भाकर ने स्वर्ण पदक जीता।
- मई 2019 में म्यूनिख आईएसएसएफ विश्व कप में चौथा स्थान प्राप्त करने के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतिस्पर्धा में 2021 टोक्यो ओलंपिक खेल के लिए क्वालिफाई किया।
- मनु भाकर को अगस्त 2020 में एक वर्चुअल पुरस्कार समारोह के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया था।
पहले लिस्ट से गायब था मनु का नाम
बता दें कि पहले मनु भाकर का नाम खेल रत्न की लिस्ट से बाहर था। इसको लेकर काफी चर्चा हुई और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि उन्हें नामांकन से वंचित रखा गया है। हालांकि बाद में मनु भाकर ने कहा कि नामांकन दाखिल करते सम उनसे ही कोई चूक हो गई थी, जिसे ठीक किया जा रहा है।
ये भी पढ़ें: बेरोजगार युवाओं का इंतजार खत्म, CET का नोटिफिकेशन हुआ जारी, इस आधार पर नहीं मिलेंगे 5 अंक