बहादुरगढ़: केएमपी एक्सप्रेस-वे पर वीरवार सुबह दर्दनाक सड़क हादसा देखने को मिला। यहां बुपनिया के नजदीक सड़क पर खड़े टैंकर से एक ट्राला टकरा गया। हादसे में गंभीर चोट लगने के कारण ट्राले में सवार हेल्पर की मौत हो गई, जबकि चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हादसे की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
अलवर का रहने वाला था मृतक
मृतक की पहचान करीब 31 वर्षीय जगराम के रूप में हुई। जगराम राजस्थान के अलवर जिले का रहने वाला था और एक ट्राले पर बतौर हेल्पर काम करता था। इस ट्राले को अलवर जिले का ही नरेश चलाता है। बीती रात को दोनों यमुना नगर से प्लाईबोर्ड लोड कर जयपुर के लिए रवाना हुए। बुपनिया के पास केएमपी पर सड़क किनारे खड़े पंजाब नंबर के टैंकर से उनकी गाड़ी सीधी टकरा गई। आरोप है कि टैंकर के इंडिकेटर चालू नहीं थे और न ही कोई सांकेतिक सूचक लगा था। अंधेरे के कारण टैंकर नहीं दिखा और हादसा हो गया।
ट्राले का केबिनेट हुआ क्षतिग्रस्त
हादसा इतना भीषण बताया जा रहा है कि ट्राले का केबिनेट बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। जगराम और नरेश को गंभीर चोट आई। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद दोनों को पीजीआई ले जाया गया। जहां जगराम को मृत घोषित कर दिया, वहीं नरेश उपचारधीन है। बादली थाने से एक टीम पीजीआई रोहतक के लिए रवाना हुई। जबकि सूचना पाकर मृतक के परिजन भी वहां पहुंचे। परिजनों के बयान के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कराई। जगराम दो बच्चों का पिता था।
टैंकर चालक की लापरवाही से हुआ हादसा
जगराम के भाई हेम सिंह ने आरोप लगाया कि टैंकर चालक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। जांच अधिकारी जिले सिंह का कहना है कि सुबह केएमपी पर बुपनिया के पास हादसा हुआ था। हादसे में एक गाड़ी के हेल्पर की जान चली गई। परिजनों के बयान पर टैंकर चालक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामले में जांच की जा रही है। बता दें कि केएमपी पर अक्सर इस तरह के मामले सामने आते हैं। सड़क किनारे खड़े किए गए वाहन दूसरे वाहना चालकों के लिए मौत का कारण बन जाते है। कई लोग इस तरह से अपनी जान गंवा चुके हैं।