जींद: पिल्लूखेड़ा मंडी में कारोबारी को यौन शोषण के झूठे मुकदमे में फंसाने, मकान पर जबरन कब्जा करने की कोशिश करने तथा रंगदारी मांगने के मामले में पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने एक महिला तथा जेल में बंद आरोपित समेत तीन लोगों के खिलाफ जबरन वसूली करने, धमकी देने समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी।

जेल में बंद कैदी ने मांगी रंगदारी

पिल्लूखेड़ा मंडी निवासी साहिल मंगला ने बताया कि गांव अमरावली खेड़ा निवासी संजय, पिल्लूखेड़ा निवासी मीनू उर्फ मीना तथा जेल में बंद उसका पति दशरथ उसे धमकी देकर रंगदारी की डिमांड कर रहे हैं। रंगदारी न देने पर झूठा यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज करवाने की धमकी दी है। हाल ही में उसके पैतृक घर, जो पुरानी धर्मशाला और पुरानी अनाज मंडी के पीछे स्थित है, उस पर जबरन कब्जा करने का प्रयास किया गया। वहां स्टाफ ने उसे अंदर घुसने से रोक दिया। महिला ने उन्हें झूठे आपराधिक मामलों में फंसाने की धमकी देनी शुरू कर दी।

दशरथ से करवाई धमकी भरी कॉल

पीड़ित ने बताया कि दो सितंबर को ड्राइवर शमशेर के फोन पर दशरथ की धमकी भरी कॉल आई। दशरथ ने कहा कि उसने पिल्लूखेडा में पहले भी हत्या की हुई है। जब उन्होंने रंगदारी की रकम देने से मना कर दिया तो संजय और मीनू उर्फ मीना ने उसके पुश्तैनी मकान पर कब्जा करने की नीयत से ताला तोड़ दिया। मकान पर अवैध कब्जा कर उससे रंगदारी मांगी गई। बाद में पुलिस ने उसके मकान को छुड़वाया। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने साहिल की शिकायत पर मीनू, संजय तथा जेल में बंद दशरथ के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।