मीत से युवा सबक लें : टीवी देखकर सेना में जाने का जज्बा जागा, तीन बार फेल होने पर भी नहीं मानी हार, बने लेफ्टिनेंट

मीत से युवा सबक लें : जींद जिले के सफीदों उपमंडल के गांव हाट का बेटा मीत सिंघल सेना में लेफ्टिनेंट नियुक्त हुए हैं। उनकी नियुक्ति पर गांव हाट ही नहीं पूरे सफीदों क्षेत्र में खुशी की लहर है और उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। मंगलवार को नवनियुक्त लेफ्टिनेंट मीत सिंघल गांव हाट पहुंचे तो परिजनों, ग्रामीणों व सामाजिक लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। गांव के बाहर से ही मीत सिंघल को खुली जीप में घर तक ले जाया गया। अखिल भारतीय बूरा सिरोही खाप, हटकेश्वर धाम समिति, रविदास मंदिर सभा के पदाधिकारियों समेत अनेक ग्रामीणों ने मीत सिंघल को नोटों व फूलों की मालाएं पहनाकर सम्मानित किया। मीत सिंघल ने गांव के ऐतिहासिक हटकेश्वर तीर्थ व रविदास मंदिर में माथा टेका।
एक टीवी प्रोग्राम ने बदल दी जिंदगी
नवनियुक्त लेफ्टिनेंट मीत सिंघल ने बताया कि उन्हें यह सफलता चौथे प्रयास में प्राप्त हुई है। वह 12वीं कक्षा पास करने के उपरांत टेलीविजन देख रहे थे। टेलीविजन में उस वक्त कार्यक्रम चल रहा था कि सेना के अधिकारी देश की सुरक्षा करते हुए कैसे सर्चिंग ऑप्रेशन को अंजाम तक पहुंचाते हैं और वे ऑप्रेशन के दौरान अपनी जान की परवाह नहीं करते हैं। उस टेलीविजन प्रोग्राम ने उनकी जिंदगी बदल दी। उन्होंने मन में ठान लिया कि वह भी सेना में अधिकारी बनकर देश की रक्षा करेंगे। उन्होंने बताया कि सेना में ऑफिसर के लिए फार्म भरे और चौथे प्रयास में वह कामयाब रहे।
पूरे देश में 24वां रैंक, 24 अंक है शुभ
जिला राजस्व अधिकारी पद से सेवानिवृत्त मीत सिंघल के पिता सुरेश कुमार ने बताया कि मीत ने सेना का अधिकारी बनने के लिए काफी मेहनत की तथा उसके अंदर इस पद को लेकर जज्बा था। मीत के लिए 24 का अंक बड़ा सौभाग्यशाली रहा है। पूरे भारत में मीत का रैंक 24 रहा और उसे चेस्ट नंबर भी 24 मिला। उन्होंने बताया कि मीत ने इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री की है। उसने सेना में कमीशन पास करके अपने पैतृक गांव हाट का पहला आर्मी कमीशन पास अधिकारी बनने का सौभाग्य प्राप्त किया है।
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