जींद: जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल अपनी कार्यशैली को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में है। नागरिक अस्पताल स्थित प्रसूति वार्ड में जच्चा के प्रति लापरवाही का मामला सामने आया। वार्ड में महिला की नॉर्मल डिलीवरी हुई और उसने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, लेकिन यहां स्टाफ ने महिला के गुप्तांग में ही रुई छोड़ दी। जब तीन दिन बाद महिला को तीव्र दर्द हुआ तो उसे वापस नागरिक अस्पताल में लाया गया, जहां रुई निकाली गई। महिला के पति ने इसकी शिकायत सिविल सर्जन को दी। सीएमओ ने भी शिकायत मिलते ही जांच के आदेश दे दिए।
यह है पूरा मामला
सदर थाना क्षेत्र के तहत आने वाले एक गांव निवासी युवक ने सीएमओ डॉ. गोपाल गोयल को दी शिकायत में बताया कि उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर 21 अक्टूबर को नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। 22 अक्टूबर को उसकी पत्नी को नॉर्मल डिलीवरी हुई और बच्ची को जन्म दिया। अस्पताल प्रशासन के नियमानुसार दो दिन बाद उसकी पत्नी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। घर जाने के बाद उसकी पत्नी को दर्द होने लगा। महिला को अहसास हुआ कि उसके शरीर से कुछ रुई जैसा बाहर निकल रहा है। इसके बाद परिजन उसे दोबारा नागरिक अस्पताल में लेकर आए, यहां महिला की दोबारा सफाई की गई और उसके पेट से रुई निकाली गई।
मामले की जांच एमएस को सौंपी
सीएमओ डॉ. गोपाल गोयल ने बताया कि मामले की शिकायत उन्हें मिल गई है। अस्पताल में जच्चा के साथ जो कुछ भी हुआ, यह घोर लापरवाही की श्रेणी में आता है। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं और इस मामले की जांच मेडिकल सुप्रीडेंट (एमएस) डॉ. अरविंद द्वारा की जाएगी। लापरवाही सामने आने पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। एमएस द्वारा जल्द ही मामले की जांच कर जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी।